दिल्ली में भी क्रिकेट एकेडमी ऑफ पठांस, यूसुफ ने की लॉन्च

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 12 मई 2018, 1:08 PM (IST)

नई दिल्ली। हरफनमौला क्रिकेटर यूसुफ पठान ने अपनी क्रिकेट एकेडमी ऑफ पठांस (सीएपी) को शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी में लॉन्च किया। पठान और सीएपी के प्रबंध निदेशक हरमीत वासदेव की उपस्थिति में रोहिणी स्थित विद्या भारती स्कूल में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रीय राजधानी में अपने पहले सेंटर को लांच किया। यह एकेडमी दिल्ली में उभरते क्रिकेटरों के प्रशिक्षण एवं विकास के लिए आधुनिक कोचिंग तकनीक मुहैया कराएगी।

सीएपी मौजूदा समय में नौ शहरों दिल्ली, नोएडा, बेंगलुरु, राजकोट, सूरत, सोनीपत, पोर्ट ब्लेयर, रायपुर और लुनावाडा में मौजूद है और उसका लक्ष्य युवाओं को विश्वस्तरीय कोचिंग एवं प्रशिक्षण मुहैया कराना है। ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच ग्रेग चैपल तथा ऑस्ट्रेलिया के प्रख्यात कोच केमरॉन टेंडल ने कोचिंग प्रोग्राम के लिए पाठ्यक्रम डिजाइन किया है।

इस अवसर पर यूसुफ ने कहा, सीएपी में हम एक ऐसा पारिस्थितिकी तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं जिससे न सिर्फ छात्रों को लाभ मिले बल्कि कोच भी इससे द्वि-स्तरीय लर्निंग प्रक्रियाओं का फायदा उठा सकें। इसके जरिये हम भारत में क्रिकेट अकादमियों के लिए एक नया मानक तैयार करने में सक्षम होंगे।

सीएपी के प्रबंध निदेशक हरमीत वासदेव ने कहा, सीएपी प्रोग्राम में प्रतिभागियों के स्तर के आधार पर विभिन्न परिणामों के साथ प्रत्येक सप्ताह विशेष रूप से ध्यान केंद्रित किया जाता है। सीएपी प्रोग्राम क्रिकेटरों के विकास के लिए एक समग्र ²ष्टिकोण प्रदान करता है। गेम में मानसिक दृष्टिकोण, गेम की समझ और अनुभव हासिल करना उतना ही महत्वपूर्ण होता है।

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एनएससीएल के चीफ मेंटॉर बने वेंगसरकर

मुंबई।
जमीनी स्तर पर प्रतिभाओं को निखारने के लिए भारतीय स्कूल खेल महासंघ (एसजीएफआई) ने शुक्रवार को पुलिस जिमखाना में राष्ट्रीय स्कूल क्रिकेट लीग (एनएससीएल) का औपचारिक उद्घाटन किया। इसके लिए एक मजबूत चयन समिति बनाने के उद्देश्य से एनएससीएल ने भारतीय टीम के पूर्व कप्तान दिलीप वेंगसरकर को चीफ मेंटॉर के तौर पर अपने साथ जोड़ा है। एनएसीसएल, एसजीएफआई का क्रिकेट के क्षेत्र में उठाया गया पहला कदम है जिसमें देश के 16 शहरों की टीमें हिस्सा लेंगी।

इसकी शुरुआत एक नवंबर 2018 से होगी और यह 11 नवंबर तक चलेगी। लीग के लिए ट्रायल देश के 20 शहरों में होंगे। राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के पूर्व मुखिया वेंगसरकर ने लीग के उद्घाटन कार्यक्रम में कहा, मैं इस अनोखी पहल का हिस्सा बनकर खुश हूं। एक पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी के तौर पर हमेशा से मेरी यह कोशिश रही है कि मैं खेल को वापस कुछ दे सकूं। एसजीएफआई के पास वो प्लेटफॉर्म है जो एनएससीएल को देश के कोने-कोने में ले जाए। मुझे उम्मीद है कि कई युवा खिलाड़ी इससे सामने आएंगे।

वेंगसरकर के साथ आने पर एसजीएफआई के अध्यक्ष व पहलवान सुशील कुमार ने कहा, हम एनएससीएल में वेंगसरकर का स्वागत करते हैं। वे क्रिकेट के बड़े नामों में शामिल हैं। उनका साथ आना न सिर्फ जमीनी स्तर पर युवा खिलाडिय़ों को सामने लाने में मदद करेगा, साथ ही भविष्य के स्कूल चैम्पियन बनाने में अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा, हम एशियाई स्कूल चैम्पियनशिप के आयोजन के बारे में भी सोच रहे हैं जिसमें 16 सदस्यीय भारतीय टीम एनएससीएल से चुनी जाएगी जिसका चयन वेंगसरकर करेंगे।

मैं उनका हमारे साथ जुडऩे के लिए शुक्रिया अदा करता हूं। साथ ही युवा खिलाडिय़ों से अनुरोध करता हूं कि वे लीग में हिस्सा लें और वेंगसरकर के मार्गदर्शन का फायदा उठाएं। एनएससीएल में दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, पुणे, असम, हैदराबाद, बेंगलुरु, देहरादून, पंजाब, कोलकाता, राजस्थान, रांची, मध्य प्रदेश, हरियाणा, गुजरात और उत्तर प्रदेश से कुल 16 टीमें हिस्सा लेंगी।

टीमों को चार पूल में बांटा जाएगा और हर पूल में से शीर्ष-2 टीम नॉकआउट स्टेज के लिए क्वालीफाई करेंगी। एनएससीएल के फाइनल से पहले चयन समिति 24 खिलाडिय़ों का चयन करेगी जिनको राष्ट्रीय शिविर में प्रशिक्षण दिया जाएगा। वहां से 16 खिलाडिय़ों का चयन होगा जो एशियाई स्कूल चैम्पियनशिप में भारतीय स्कूल क्रिकेट टीम¥õ का प्रतिनिधित्व करेंगे।

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