ISIS के निशाने पर थे प्रधानमंत्री मोदी, स्नाइपर से हत्या करना चाहता था आतंकी

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 10 मई 2018, 3:15 PM (IST)

अहमदाबाद। गुजरात एटीएस ने आतंकवादी संगठन आईएस के कथित ऑपरेटिव के मामले में अंकलेश्वर की अदालत में एक चार्जशीट फाइल की है। इस चार्जशीट में कथित आतंकवादी के दर्ज बयान में लिखा गया है कि आईएस का संदिग्ध ऑपरेटिव उबैद मिर्जा पीएम नरेंद्र मोदी की स्नाइपर राइफल से हत्या करना चाहता था और उसने इसका इरादा एक मैसेजिंग एप पर जाहिर किया था। गुजरात एटीएस ने मोबाइल फोन और पेन ड्राइव से उसके मेसेज को भी हासिल कर लिया है।


सेलफोन और पेन ड्राइव से मिली जानकारी अंकलेश्वर की अदालत में दाखिल चार्जशीट के अनुसार पीएम नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाने की बातें आईएस के संदिग्ध आतंकी के पास से बरामद हुए सेलफोन और पेन ड्राइव से पता चली हैं। कथित आतंकी इन्हीं से मैसेजिंग एप के जरिए संदेश भेजा करता था।


बता दें कि मिर्जा और कासिम स्तिमबेरवला को गुजरात एटीएस ने 25 अक्टूबर, 2017 को अंकलेश्वर से अरेस्ट किया था। मिर्जा, वकालत की प्रैक्टिस करता था। जबकि एक अन्य संदिग्ध आतंकी कासिम स्टिंबरवाला, अंकलेश्वर के सरदार पटेल अस्पताल और हृदय रोग संस्थान में मार्च 2017 तक बतौर लैब टेक्निश्यिन काम किया करता था। दोनों ही सूरत के रहने वाले हैं।


संदिग्ध आतंकी बने गवाह
स्टिंबरवाला ने गिरफ्तारी से महज 21 दिन पहले ही नौकरी से इस्तीफा दिया था। वह जमैका जाना चाहता था, जहां से वह विवादित धर्म प्रचारक शेख अब्दुल्ला अल फैसल के साथ जिहादी मिशन से जुडऩा चाहता था। एटीएस के अधिकारियों के अनुसार आईएस के कुछ संदिग्ध आतंकी, जो अब गवाह बन चुके हैं। ये जानकारी उन्हीं के हवाले से दी जा रही है। चार्जशीट में कहा गया है कि 10 सितंबर, 2016 को मिर्जा ने संदेश भेजा कि पिस्तौल खरीदना है और उसके बाद मैं उनसे संपर्क करने का प्रयास करूंगा।
हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस शब्द का इस्तेमाल किसके लिए किया गया है। चार्जशीट के मुताबिक मिर्जा को रात 11 बजकर 28 मिनट पर खुद को फेरारी बताने वाले एक व्यक्ति से संदेश मिला कि ठीक, मोदी को स्नाइपर राइफल से मारते हैं।


जमैका भागना चाहता था
एटीएस के एक अधिकारी ने कहा, कासिम ने गिरफ्तारी से 21 दिन पहले अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। वह जमैका भागना चाहता था ताकि कट्टरपंथी मौलवी शेख अब्दुल्लाह अल फैसल के साथ जिहादी मिशन में शामिल हो जाए। कासिम ने इसके लिए जमैका में नौकरी के लिए आवेदन किया था और एक वर्क परमिट हासिल किया था। चार्जशीट में कहा गया है कि 10 सितंबर 2016 को मिर्जा ने संदेश भेजा, पिस्तौल खरीदना है और उसके बाद मैं उनसे संपर्क करने का प्रयास करूंगा। हालांकि यहां पर उनसे शब्द का इस्तेमाल किसके लिए किया गया है, यह स्पष्ट नहीं है।
चार्जशीट के मुताबिक मिर्जा को रात 11 बजकर 28 मिनट पर खुद को फेरारी बताने वाले एक व्यक्ति से संदेश मिला, ठीक, मोदी को स्नाइपर राइफल से मारते हैं। एटीएस ने बताया कि कई संदिग्ध गवाह बन गए, इसीलिए यह गिरफ्तारी संभव हुई।

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