वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट को खरीदा, जानिए-किसको होगा फायदा और नुकसान

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 10 मई 2018, 08:50 AM (IST)

नई दिल्ली। अमेरिकी रिटेल कंपनी वॉलमार्ट ने भारतीय ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट में बड़ी हिस्सेदारी खरीद ली है। 16 अरब डॉलर (1 लाख करोड रुपए) में फ्लिपकार्ट- वॉलमार्ट डील हुई है। वॉल्मार्ट ने भारतीय कंपनी में 77 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है।

वॉल्मार्ट की ओर से इस बात की पुष्टि हो गई है। फ्लिपकार्ट में हिस्सेदारी रखने वाले जापानी ग्रुप सॉफ्टबैंक के सीईओ मासायोशी सोन ने भी इसकी पुष्टी की। मार्केट रिसर्च कंपनी फॉरेस्टर के मुताबिक भारत में ई-कॉमर्स की बिक्री पिछले साल 21 बिलियन डॉलर हो गई थी, और उम्मीद है कि 1.25 अरब लोगों से अधिक की आबादी और इंटरनेट एक्सेस का उपयोग करेगी। सॉफ्टबैंक के सीईओ मासायोशी सन ने कहा कि पिछली रात को दोनों के बीच के फाइनल एग्रीमेंट हो चुका है और इस डील में फैसला हुआ है कि फ्लिपकार्ट अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट की हो जाएगी। बता दें कि सॉफ्ट बैंक फ्लिपकार्ट में सबसे बड़ा इन्वेस्टर है।

ईटी नाउ की खबर के मुताबिक, सॉफ्ट बैंक की फ्लिपकार्ट में 20 फीसदी की हिस्सेदारी है। दुनिया की सबसे बड़ी रिटेल सेल का असर हर किसी पर पडऩे वाला है। इस सेल से फ्लिपकार्ट के ग्राहक से लेकर रिटेलर्स तक पर असर पड़ेगा। आइए जानते हैं इस डील से किस पर क्या असर पडऩे वाला है।

रिटेल वॉर...
वॉलमार्ट के अधिग्रहण के बाद भारतीय बाजार में रिटेल वॉर शुरू होने की संभावना है। चूंकि वॉलमार्ट पिछले चार सालों से भारतीय बाजार में एंट्री करने के लिए परेशान था, इसलिए उम्मीद है कि इसका बड़ा असर पड़ेगा। अमेजन और वॉलमार्ट दोनों ही ग्राहकों को लुभाने के लिए कई तरह के डिस्काउंट पेश करेंगे। ऐसे में ग्राहकों को बेहतर डील और भारी डिस्काउंट मिलेगा।

छोटे वेंडर...

फ्लिपकार्ट पर मौजूद छोटे ऑनलाइन सेलर परेशान हैं। उन्हें डर है कि वॉलमार्ट उन्हें हटा सकता है। 500 बिलियन डॉलर की वॉलमार्ट, हमेशा से अस्ट्रा लो प्राइस की मदद से छोटे व्यापारों को खत्म करने के लिए जानी जाती है। छोटे व्यापारियों को डर है कि फ्लिपकार्ट की मदद से वॉलमार्ट अपने लेबल की भारत में एंट्री करा सकता है, जिससे उन्हें बड़ा झटका लगेगा।

इकोनॉमिक बूस्ट...

भारतीय मार्केट में शीर्ष स्थान पाने के लिए अमेजन और फ्लिपकार्ट में भारी जंग होने वाली है। अमेजन पहले ही कह चुकी है कि वह भारतीय मार्केट में 500 करोड़ डॉलर का निवेश करेगी। चूंकि उन्हें भारतीय मार्केट में बेहतरीन प्रतिक्रिया मिल रही है, इसलिए वह निवेश जारी रखेगी। फ्लिपकार्ट और अमेजन के बीच इस जंग से बड़ी संख्या में नौकरी मिलेगी।

कम कीमत और ज्यादा वैरायटी...

वॉलमार्ट की एंट्री से भारतीय रिटेल सेक्टर को भी एक बूस्ट मिलेगा। वॉलमार्ट ने आने के बाद ग्राहकों को कम दाम पर प्रोडक्ट मिलेंगे। साथ ही ग्राहकों के पास प्रोडक्ट्स की ज्यादा वैरायटी उपलब्ध होगी। वॉलमार्ट को टक्कर देने के लिए अमेजन भी अपनी नई रणनीति पेश करेगी।

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