दुनियाभर के विकसित देशों में एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ मची हुई। अपनी ताकत बढ़ाने के लिए विभिन्न देश सबसे ज्यादा अपनी सैन्य शक्तिओं पर अरबों-खरबों डॉलर खर्च कर रहे हैं। हर कोई देश अपनी ताकतों से दुनिया में अपनी छाप छोडऩा चाहता है। अमेरिका और रूस जैसी कई बड़े देश अपने रक्षा बजट को और बढ़ाने में लगे हुए हैं। इन देशों का रक्षा बजट कई अन्य छोटे देशों की पूरी अर्थव्यवस्था के बराबर है। वहीं भारत और चीन भी शामिल हो गए हैं। यह दोनों सैन्य खर्च वाले पांच अग्रणी देशों में शामिल हैं और वैश्विक स्तर पर रक्षा खर्च का 60 प्रतिशत इन पांच देशों द्वारा ही किया जा रहा है।
पांच ऐसे देश जो सैन्य खर्च पर पानी की तरह बहाते हैं पैसा 612 बिलियन डॉलर खर्च करता है अमरीका : स्वीडन के स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिपरी) की रिपोर्ट के अनुसार 2017 में सेना पर सबसे ज्यादा खर्च करने वाले देशों में पहले नंबर पर अमेरिका है। वह अपनी सैन्य शक्ति पर बाकी देशों की तुलना में दस गुना ज्यादा करीब 612 बिलियन डॉलर खर्च करता है। उसके पास अत्याधुनिक हथियारों के साथ-साथ 2,130 क्रूज मिसाइल, 450 बैलिस्टिक मिसाइल और 19 विमान वाहक हैं जो हवा से हवा में वार करने में सक्षम हैं। अमरीकी नेवी के पास 500 जहाज हैं।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
चीन ने रक्षा बजट 10 गुना बढ़ाया चीन आज दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है जिसकी सेना सबसे ताकतवर सेनाओं में से एक गिनी जाती है। पिछले 25 वर्षों में चीन अपने रक्षा बजट में 10 गुना इजाफा कर चुका है। इस वर्ष उसने अपने रक्षा बजट में 8.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। थल सेना के मामले में चीन दुनिया में शीर्ष पर है। चीन के पास 23 लाख सशस्त्र सैनिक हैं तो 5 लाख 10 हजार रिजर्व सैनिक भी हैं।
ये भी पढ़ें - श्मशान में सजी महफिल, बार-बालाओं ने लगाए ठुमके
सउदी अरब ने रूस को छोड़ा पीछे सीपरी की रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी अरब ने रक्षा बजट के मामले में रूस को पीछे छोड़ दिया है। तेल का उत्पादन करने वाला देश सऊदी अरब का कुल रक्षा बजट 87.2 बिलियन डॉलर है जो कि उसकी कुल जीडीपी का 13.2 फीसदी है।
ये भी पढ़ें - यहां डॉक्टर नहीं, भूत-प्रेत करते है इलाज
रूस का सैन्य खर्च 20 प्रतिशत कम पश्चिमी देशों के साथ तनाव झेल रहे रूस का सैन्य खर्च पिछले साल घटकर 66.3 अरब डॉलर पर आ गया। यह 2016 के मुकाबले 20 प्रतिशत कम है। रूस 2014 से आर्थिक मुश्किलें झेल रहा है। हालांकि उसने अभी तक अपने रक्षा बजट को प्रभावित नहीं होने दिया जो अभी भी दुनियाभर में चौथे स्थान पर है।
ये भी पढ़ें - प्यार और शादी के लिए तरस रही है यहां लडकियां!
भारत ने ब्रिटेन को छोड़ा पीछे ब्रिटेन को पीछे छोड़ते हुए भारत का रक्षा बजट पहली बार दुनिया के शीर्ष पांच बजट में शामिल हो गया है। भारत 2017 में 52.5 अरब डॉलर के खर्च के साथ रक्षा बजट के मामले में पांचवे स्थान पर पहुंच गया। वर्ष 2016 में 51.1 अरब डॉलर का रक्षा बजट था। भारत के पास 37 युद्धपोत 1 एयरक्राफ्ट कैरियर और 11 विध्वंसक, 500 से अधिक लड़ाकू विमान, 3,300 से अधिक टैंक, 16 पनडुब्बियां हैं जिनमें से 2 परमाणु संपन्न हैं। भारत की सेना विश्व की दूसरी सबसे बड़ी थल सेना है।
ये भी पढ़ें - यह है अनोखा कोर्ट, यहां नहीं मिलती तारीख पे तारीख