पीडि़ता बोलीं-आसाराम को उम्रकैद से मेरी 5 साल से चल रही नजरबंदी खत्म हुई

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 26 अप्रैल 2018, 09:07 AM (IST)

जोधपुर। राजस्थान के अपने आश्रम में वर्ष 2013 में एक नाबालिग लडक़ी के साथ दुष्कर्म करने के मामले में स्वयंभू संत आसाराम बापू को जोधपुर की अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई। अब आसाराम अपनी स्वभाविक मृत्यु तक जेल में ही रहेगा। घटना के वक्त पीडि़ता की उम्र 16 साल थी। लेकिन, अब पीडि़ता 21 साल की होने वाली है और आसाराम पर फैसले के बाद काफी खुश भी है। फैसले के बाद पीडि़ता ने कहा, उन्होंने गवाहों को मार दिया। मेरी शिक्षा को बर्बाद कर दिया। मेरे परिवार को डराया लेकिन मैं जानती थी कि मुझे यह करना होगा। आसाराम को सजा सुनाए जाने के बाद बहादुर बेटी ने कहा, अपराध किसी और ने किया था लेकिन एक तरह से मुझे 5 सालों तक अपने घर में नजरबंद रहना पड़ा। उसने कहा, पिछले 5 सालों के दौरान जब भी वह घर से बाहर निकलती थी तो हमेशा पीछे देखती रहती थी ताकि यह पता चल सके कि कहीं कोई मेरा पीछा तो नहीं कर रहा है।

कई बार कुछ लोग मेरे पास आ जाते और गाली देते, अश्लील कॉमेंट करते या धमकी देते थे। हरेक दिन मेरे लिए एक दु:स्वप्न के समान था। सजा सुनाए जाने के बाद उसने कहा, न्याय मिला है। हमें इसकी आशा थी लेकिन दोषी ठहराए जाने को लेकर बहुत भरोसा नहीं था क्योंकि वह बहुत प्रभावशाली व्यक्ति है और उसके बड़े लोगों से संबंध हैं। मैं इस समय बीकॉम कर रही हूं लेकिन मेरे दिमाग में हमेशा यह केस चलता रहता था। मैं अब अपने भविष्य के बारे में सोच सकूंगी और हम उम्र लड़कियों की तरह जीवन जी सकूंगी। वहीं, फैसले के बाद पीडि़ता के पिता ने संतोष जताया है। उन्होंने कहा कि अब हमें इंसाफ मिला है। पीडि़ता के पिता ने कहा कि इस सजा से दुराचारियों को संदेश जाएगा कि किसी की बेटी की इज्जत पर हाथ डालोगे तो बचोगे नहीं।

इस सजा का ऐलान होते ही पीडिता के पिता मीडिया के सामने आए और साथ देने वालों को धन्यवाद दिया। फैसले के बाद पीडि़ता के पिता ने कहा कि हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा था और हमें खुशी है कि न्याय मिला। उन्होंने कहा कि परिवार लगातार दहशत में जी रहा था और इसका उनके व्यापार पर भी काफी असर पड़ा। सजा के ऐलान के बाद पीडि़ता के पिता ने कहा, मुझे जान की परवाह नहीं। मुझे न्याय मिल चुका है। मर भी गया तो संतुष्टि होगी। मेरी बेटी ने भी सभी लोगों को धन्यावाद कहा है। न्यायपालिका और वकीलों को भी धन्यवाद कहा है। सब ईश्वर की कृपा है। इस दुराचारी को उम्रकैद मिल गई है यही हमारे लिए मुआवजा है। ऐसे दो चार दुराचारियों को फांसी हो जाएगी तो आगे रेप की घटनाएं नहीं घटेंगी।

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