सूरत रेप केस में बड़ा खुलासा, 35 हजार में खरीदी गई थी बच्ची और उसकी मां

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 21 अप्रैल 2018, 08:28 AM (IST)

सूरत। अहमदाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दावा किया है कि सूरत में 9 साल की बच्ची से दुष्कर्म व उसकी हत्या की गुत्थी को मुख्य आरोपी सहित तीन लोगों को गिरफ्तारी के बाद सुलझा लिया गया है। शुरुआती जांच में यह पता चला है कि बच्ची और उसकी विधवा मां को मुख्य आरोपी ने बंधुआ मजदूरी के लिए राजस्थान के गंगापुर से 35 हजार रुपये में खरीदा गया था। गृह राज्य मंत्री प्रदीपसिंह जडेजा ने मीडिया से कहा कि गुजरात पुलिस ने राजस्थान के गंगानगर जिले से मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया, जिसे गुजरात लाया गया। इसके अलावा मुख्य आरोपी हरसाई के भाई हरि सिंह, नरेश और अमर सिंह गुर्जर को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के मुताबिक, हरसाई और हरि सिंह सूरत की एक मार्बल यूनिट में लेबर कॉन्ट्रैक्टर हैं, जबकि नरेश और अमर सिंह उनके लिए काम करते थे। 15 मार्च को हरसाई ने बच्ची और उसकी मां को एक शख्स से गंगापुर में 35 हजार रुपये में खरीदा।

इसके बाद हरसाई सूरत लाकर दोनों से रेप करने लगा। महिला के विरोध की वजह से वह उसकी हत्या करना चाहता था। 20 मार्च को महिला लापता हो गई, जिसके बाद हरसाई ने लडक़ी को हरिसिन, जो तब गंगापुर में था, के रूम में छुपा कर रखा। डीसीपी क्राइम ब्रान्च दीपन भाद्रन ने कहा, हरिसाई ने बच्ची के साथ कई दिनों तक रेप किया और बर्बरता की। 5 अप्रैल को उसने उसकी हत्या कर दी, क्योंकि उसे और दिनों तक छुपा कर रखना मुश्किल हो रहा था। क्राइम ब्रान्च की इंस्पेक्टर किरण चौधरी ने टीओआई को बताया, 5 अप्रैल को हरसाई ने शव को कार में रखा और घर से 1.5-2 किलोमीटर दूर सडक़ किनारे झाडिय़ों में फेंक दिया। जब वह घर लौटा तो नरेश ने उससे पूछा। हरसाई ने उसे बताया कि उसने लडक़ी की हत्या कर दी है और यदि उसने किसी को बताया तो उसे भी मार देगा। आपको बता दें कि पुलिस ने लडक़ी का शव 6 अप्रैल को सूरत के पंडेसरा इलाके में जीवा रोड के पास झाडिय़ों में फेंका हुआ पाया था। लडक़ी के शव पर 86 से ज्यादा चोटें थीं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उसके साथ दुष्कर्म किया गया और हत्या से पहले उसे यातना दी गई थी।

मामले में बाल यौन अपराध संरक्षण अधिनियम (पॉस्को) के तहत दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया है। सूरत पुलिस व अहमदाबाद अपराध शाखा के 400 से ज्यादा कर्मियों ने इस मामले पर काम किया है। पुलिस ने शव के पाए जाने वाले स्थान से 3 किमी की परिधि के मोबाइल डाटा व सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया। पुलिस द्वारा एक सीसीटीवी फुटेज में इलाके में संदिग्ध तौर पर एक काली कार की गतिविधि पर अपना ध्यान लगाने के बाद मामले का खुलासा किया।



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इससे पहले पुलिस ने संदेह जताते हुए कहा था कि लडक़ी ओडिशा, पश्चिम बंगाल या झारखंड में से कहीं की रहने वाली हो सकती है। इस मामले में आंध्र प्रदेश के व्यक्ति ने लडक़ी के अपनी बेटी होने का दावा किया है। सूरत पुलिस उसके दावे की जांच के लिए डीएनए जांच करा रही है। जडेजा ने कहा, लडक़ी का शव जहां पाया गया था, वहां से कुछ किमी की दूरी पर 9 अप्रैल को एक महिला का गला हुआ शव पाया गया। हमारा मानना है कि वह लडक़ी की मां थी। हम डीएनए की जांच करेंगे। जडेजा ने कहा, हम फास्ट ट्रैक अदालत में मामले को आगे बढ़ाने के लिए एक विशेष सरकारी अभियोजक नियुक्त करेंगे।

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