दिव्यांगों का सहारा बना जिला विकलांगता पुनर्वास केंद्र

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 15 अप्रैल 2018, 11:21 AM (IST)

कुल्लू। क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू के परिसर में जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा संचालित किया जा रहा जिला विकलांगता पुनर्वास केंद्र दिव्यांगों के लिए एक वरदान साबित हो रहा है। यह केंद्र दिव्यांगजनों का एक मजबूत सहारा बनकर उभरा है। जिला रेडक्रॉस सोसायटी और स्वास्थ्य विभाग के सामूहिक प्रयासों से इस केंद्र में एक ही छत के नीचे फिजियोथैरेपी के अलावा कई अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जा रही हैं। अभी तक लगभग 2564 विकलांग, बुजुर्ग व अन्य लोग इन सुविधाओं का लाभ उठा चुके हैं। करीब 200 विकलांगों को इस केंद्र के माध्यम से आवश्यक उपकरण भी उपलब्ध करवाए जा चुके हैं।

उपायुक्त एवं जिला रेडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष यूनुस ने बताया कि जिला विकलांगता पुनर्वास केंद्र में 1155 लोगों की फिजियोथैरेपी, 36 दिव्यांगों की स्पीच थैरेपी और 157 की ऑडियोमिट्री की गई। 114 दिव्यांगों को व्हील चेयर्स, क्रचेज और स्टिक्स इत्यादि उपलब्ध करवाई गई हैं। पुनर्वास केंद्र में कृत्रिम अंगों की वर्कशॉप भी स्थापित की गई है। सुंदरनगर के बाद यह हिमाचल प्रदेश की दूसरी वर्कशॉप है और इसमें दिव्यांगों को मौके पर ही कृत्रिम अंग लगाए जा रहे हैं। यहां क्लीनिकल साइकोलॉजी के अंतर्गत 173 लोगों की काउंसिलिंग की गई है। पुनर्वास केंद्र में विकलांगता प्रमाण पत्र और पहचान पत्र भी बनाए जाते हैं।

उपायुक्त यूनुस ने बताया कि जिला में दिव्यांगों की पहचान के लिए आंगनबाड़ी और सर्व शिक्षा अभियान के कर्मचारियों की मदद भी ली जाएगी तथा किसी भी तरह की विकलांगता से ग्रस्त बच्चों का उत्थान सुनिश्चित किया जाएगा। बैठक के बाद उपायुक्त ने विकलांगता पुनर्वास केंद्र में करीब 20 दिव्यांगों को आवश्यक उपकरण वितरित किए। इस अवसर पर सहायक आयुक्त सन्नी शर्मा, जिला रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव वीके मोदगिल, कार्यकारी सीएमओ डॉ. नरेश, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विक्रम कटोच, जिला कार्यक्रम अधिकारी वीरेंद्र आर्य, तहसील कल्याण अधिकारी जीएल शर्मा और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

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