भारत गोल्ड कोस्ट CWG में ग्लास्गो से बेहतर, ये है अंतिम दिन की रिपोर्ट

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 15 अप्रैल 2018, 09:13 AM (IST)

गोल्ड कोस्ट। 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का शानदार सफर समाप्त हो गया। गोल्ड कोस्ट में भारत का प्रदर्शन ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेस्म से काफी अच्छा रहा। भारत ने गोल्ड कोस्ट में खेले गए खेलों में 26 गोल्ड मेडल समेत कुल 66 पदक जीते। इनमें 20 सिल्वर और 20 ब्रॉन्ज पदक है। आपको बता दें कि भारत ने 2014 ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेस्म में जीते 64 पदकों से बेहतर प्रदर्शन किया। गोल्ड कोस्ट में भारतीय दल ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बाद तीसरे पायदान पर रहा। भारत ने (26 गोल्ड, 20 सिल्वर और 19 ब्रॉन्ज) मेडल हासिल किए। भारत ने दिल्ली कॉमनवेल्थ खेलों में कुल 101 पदक जीते थे। वहीं 2002 के मैनचेस्टर खेलों में कुल 69 मेडल मिले थे।


21वें राष्ट्रमंडल खेलों के अंतिम दिन रविवार को भारतीय खिलाडिय़ों ने शानदार सफलता अर्जित करते हुए कुल सात पदक जीते। सायना ने देश को 26वां स्वर्ण पदक दिलाया जबकि इसके अलावा भारत की झोली में चार रजत और दो कांस्य भी आए। भारत को अंतिम दिन बैडमिंटन से एक स्वर्ण और दो रजत पदक हासिल हुए। महिला एकल वर्ग में जहां एक ओर सायना ने स्वर्ण पदक जीता, वहीं पी.वी. सिंधु को रजत पदक हासिल हुआ। महिला एकल वर्ग के स्वर्ण पदक का मुकाबला सायना और सिंधु के बीच ही था।

सायना ऐसे में राष्ट्रमंडल खेलों में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी बन गई हैं। वल्र्ड नम्बर-12 सायना ने इससे पहले 2010 में राजधानी दिल्ली में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में भी स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता सायना ने स्वर्ण पदक के लिए खेले गए महिला एकल वर्ग के मैच में विश्व चैम्पियनशिप में दो बार रजत और ओलम्पिक में भी रजत जीत चुकीं हमवतन सिंधु को 56 मिनट में 21-18, 23-21 से मात देकर राष्ट्रमल खेलों का दूसरा स्वर्ण पदक अपने नाम किया।


जानिये, आखिरी दिन भारत का कैसा है प्रदर्शन

-भारत की पुरुष युगल जोड़ी सात्विक साईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी पुरुष युगल स्पर्धा के फाइनल में स्वर्ण पदक से चूक गए। हालांकि, इस जोड़ी ने रजत पदक हासिल कर इतिहास रचा है। चिराग और सात्विक की जोड़ी राष्ट्रमंडल खेलों की पुरुष बैडमिंटन युगल स्पर्धा में पदक जीतने वाली पहली जोड़ी बन गई है। चिराग और सात्विक की जोड़ी को स्वर्ण पदक के लिए खेले गए मैच में 38 मिनट के भीतर इंग्लैंड की मार्कस एलिस और क्रिस लेंगरिज की जोड़ी ने सीधे गेमों में 13-21, 16-21 से मात दी।

- वल्र्ड नम्बर-1 भारतीय खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत को पुरुष एकल वर्ग के फाइनल में उलटफेर का शिकार होना पड़ा और इस कारण वह स्वर्ण पदक से चूक गए। श्रीकांत को मलेशिया के दिग्गज ली चोंग वेई ने मात देकर राष्ट्रमंडल खेलों का पांचवां स्वर्ण पदक हासिल किया। इस कारण भारतीय खिलाड़ी को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। वल्र्ड नम्बर-7 ली ने श्रीकांत को एक घंटे और पांच मिनट तक चले मैच में 19-21, 21-14, 21-14 से मात देकर जीत हासिल की।

-भारती महिला स्क्वॉश जोड़ी दीपिका पल्लिकल कार्तिक और जोशना चित्नप्पा की जोड़ी को महिला युगल के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा और वे स्वर्ण पदक से चूक गईं। जोशना-दीपिका की जोड़ी को स्वर्ण पदक के मुकाबले में न्यूजीलैंड की जोले किंग और अमांडा लैंडर्स मर्फी की जोड़ी से हार मिली। ऐसे में भारतीय जोड़ी को रजत पदक से संतोष करना पड़ा।

- भारत के टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंता शरथ ने पुरुषों की एकल वर्ग स्पर्धा का कांस्य पदक अपने नाम कर लिया। शरथ ने कांस्य पदक के लिए खेले गए इस मैच में इंग्लैंड के सैमुएल वॉकर को मात दी। शरथ के लिए यह जीत आसान नहीं थी। उन्होंने सैमुएल को 4-1 (11-7, 11-9, 9-11, 11-6, 12-10) से हराकर इस मैच को जीता और आखिरकार कांस्य पदक जीतने में सफल रहे।

-लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता सायना नेहवाल ने हमवतन और रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता पी.वी सिंधु को हराकर महिला एकल वर्ग का स्वर्ण पदक अपने नाम किया। सायना ऐसे में राष्ट्रमंडल खेलों में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी बन गई हैं। सिंधु को हार के कारण रजत पदक से संतोष करना पड़ा।

- भारत की मिश्रित युगल जोड़ी मनिका बत्रा और साथियान गणाशेखरन ने यहां जारी 21वें राष्ट्रमंडल खेलों के अंतिम दिन रविवार को टेबल टेनिस की मिश्रित युगल स्पर्धा का कांस्य पदक अपने नाम किया है। यह राष्ट्रमंडल खेलों में भारत की मिश्रित युगल जोड़ी की ओर से जीता गया पहला पदक है। मनिका-साथियान की जोड़ी ने मिश्रित युगल स्पर्धा के कांस्य पदक के लिए खेले गए इस मैच में अपनी हमवतन अचंता शरथ और मौमा दास की जोड़ी को मात दी।


ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे