जयपुर। राजस्थान राज्य सहकारी भूमि विकास बैंक लि. (एसएलडीबी) के प्रबंध निदेशक विजय कुमार शर्मा ने कहा कि प्राथमिक सहकारी भूमि विकास बैंकों का गठन किसानों की कृषि कार्यों से जुड़ी दीर्घकालीन साख आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया गया है और हमें किसान हित में इन बैंकों की स्थिति एवं छवि को सुदृढ़ करने के लिए लगातार कार्य करना होगा।
शर्मा शुक्रवार को नेहरू सहकार भवन में राज्य की प्राथमिक सहकारी भूमि विकास बैंकों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमें वितरित ऋणों की मांग के अनुसार समय पर वसूली के साथ-साथ किसानों को आवश्यकतानुसार ऋण मुहैया कराने चाहिए। किसान की ऋण आवश्यकता के साथ विभागीय मानदंडों के अनुसार उन्हें त्वरित रूप से ऋण उपलब्ध कराएं।
बैंक के प्रशासक एवं अतिरिक्त रजिस्ट्रार (प्रथम) जी एल स्वामी ने कहा कि बैंकिंग प्रतिस्पर्धा के दौर में गुणवत्ता पूर्ण बैंकिंग सेवाएं देने में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरतें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा भूमि विकास बैंकों के ऋणी सदस्यों को अपने ऋणों का चुकारा करने के लिए एक मुश्त समझौता योजना की अवधि को 30 जून तक बढ़ा दिया गया है। इस योजना का अपने क्षेत्र में अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करें, ताकि कोई भी किसान योजना के लाभों से वंचित न रहे।
समीक्षा बैठक में अतिरिक्त रजिस्ट्रार (मॉनीटरिंग) शिल्पी पांडे, महाप्रबंधक बैंक इन्द्रराज मीणा व पंकज अग्रवाल सहित सभी प्राथमिक सहकारी भूमि विकास बैंकों के सचिव तथा एसएलडीबी के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
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