सपोटरा (करौली)। सपोटरा उपखंड के प्रसिद्ध शक्तिपीठ बरवासन देवी एवं ग्राम
पंचायत अमरवाड़ के वनी देवी प्लांटेशन में बुधवार को दूसरे दिन आग लग जाने
से करीब 4-5 हजार पौधे जलकर खाक हो गये।
घटना की सूचना मिलने पर
क्षेत्रीय वन अधिकारी गिर्राज प्रसाद मीणा व पुलिस टीम मौके पर पहुंची तथा
दमकल व ग्रामीणों की मदद से करीब तीन घंटे में आग पर काबू पाया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों
के अनुसार बुधवार की दोपहर करीब 2 बजे वननाका सदर अंतर्गत वनी देवी
प्लांटेशन में अचानक पेड़-पौधों के पत्तों में आग लग गई। जिसके कारण 50
हैक्टयर्स के प्लांटेशन में करीब 25-30 हैक्टयर्स में 4-5 हजार पौधे तथा
दर्जनों चीरोल,छीला,बेरिया आदि के पेड़ जलकर राख हो गये।
घटना की
सूचना मिलने पर क्षेत्रीय वन अधिकारी गिर्राज प्रसाद मीणा के नेतृत्व में
वनकर्मी पुलिस हैड़ कांस्टेबल बनेसिंह के नेतृत्व में मौके पर पहुंचे तथा आग
की लपटे तेजी से फैलने के कारण जिला मुख्यालय पर दमकल को सूचना दी गई। जिस
पर शाम करीब 5 बजे दमकल घटनास्थल पर पहुंची तथा दमकल व वन विभाग के
कार्मिक आग बुझाने में जुट गये। करीब 3 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू
पाया गया। वनी देवी प्लांटेशन 30 साल पूर्व चारागाह भूमि से रूपांतरित कर
सामाजिक वानिकी विभाग के सुपुर्द कर दिया गया।
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गत वर्ष विभाग
द्वारा वनी देवी में 8-10 हजार पौधे लगाकर प्लांटेशन बनाया गया था। जिसकी
सुरक्षा की जिम्मेदारी वन नाका सदर ने कार्मिकों की कमी के कारण अस्थाई रूप
से 5 हजार रुपए के मासिक मानदेय पर एक सुरक्षाकर्मी के हवाले कर दी थी।
लेकिन वन नाका सदर के अधिकारियों व कार्मिकों की देखभाल नहीं होने तथा
सुरक्षाकर्मी के गायब रहने के कारण मंगलवार को सुलगी आग ने बुधवार को भी
जंगल को आगोश में ले लिया। तेजी से फैल रही आग को बुझाने के विपरीत विभाग
की टीम दमकल आने से पूर्व तमाशाई बनी रही।
सामाजिक वानिकी विभाग के
क्षेत्रीय वन अधिकारी गिर्राज प्रसाद मीणा ने बताया कि वनी देवी प्लांटेशन
की सुरक्षा के लिए कुल्हाड़ी बंद पंचायत आयोजित कर लोगों की सहायता लेने के
साथ सुरक्षा दीवार आदि का प्रस्ताव भेजा जाएगा। दूसरी ओर प्लांटेशन की
सुरक्षा में कोताही बरतने वाले कार्मिकों के खिलाफ कार्यवाही की जावेगी।
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