फरीदाबाद का पैरालंपिक भवन देश में नंबर वन होगा-सीएम खट्‌टर

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 25 मार्च 2018, 3:12 PM (IST)

पंचकूला। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने कहा है कि भारत का पहला पैरालंपिक भवन 3 करोड़ 11 लाख रुपये की राशि से फरीदाबाद में बनाया जा रहा है। देश का यह नंबर वन पैरालंपिक भवन होगा।

यह जानकारी मुख्यमंत्री ने आज सेक्टर-3 स्थित ताऊ देवीलाल खेल स्टेडियम में पांच दिवसीय 18वीं राष्ट्रीय पैरालंपिक एथलेटिक्स चैंपियशिप 2018 के उद्घाटन अवसर पर मुख्यातिथि के रूप में बोलते हुए दी। उन्होंने आज दुर्गा अष्ठमी व राम नवमी की भी खिलाडिय़ों को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने देश के विभिन्न राज्यों से आए दिव्यांग खिलाडिय़ों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम में एक साथ इतनी संख्या में इकट्‌ठा होना हमारी राष्ट्रीय एकता की मजबूती को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने विभिन्न राज्यों के दिव्यांग खिलाडिय़ों से उनकी राज्य भाषा में बातचीत की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मानना है कि एक भारत श्रेष्ठ भारत का यह नमूना इस कार्यक्रम में देखने का मिलता है। विभिन्न राज्यों से आए इन खिलाडिय़ों के बैठने-उठने, खाने-पीने, रहने और विभिन्न भाषाओं में भी एकता की झलक दिखती है। उन्होंने कहा कि 2010 में यह राष्ट्रीय पैरालंपिक एथलेटिक्स चैंपियनशिप फरीदाबाद में हुई थी। वर्ष 2016 में पंचकूला में और अब तीसरी बार 2018 में पंचकूला में आयोजित की जा रही है। हरियाणा में तीन बार यह प्रतियोगिता आयोजित की जा चुकी है। यदि देश के अन्य राज्यों में अगले वर्ष यह प्रतियोगिता नहीं मनाई जाती तो इसे हरियाणा में आयोजित करने का निमंत्रण भी दिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार स्नात्तक एवं स्नातकोत्तर युवाओं को 100 घंटे का रोजगार उपलब्ध करवा रही है और उन्हें 9 हजार रुपये की राशि का मानदेय भी मुहैया करवाया जाता है। युवाओं को चहुमुखी विकास के भागीदार व सक्षम बनाने के लिए हरियाणा कौशल विकास मिशन के तहत अनेक प्रकार के प्रशिक्षण दिए जा रहे है। उन्होंने कहा कि देश में 20 लाख दिव्यांगों को यह प्रशिक्षण देकर रोजगार उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ साथ दिव्यांगों को सरकार की ओर से 1800 रुपये प्रतिमाह पेंशन भी उपलब्ध करवाई जा रही है, जो अगले वर्ष 2000 रुपये कर दी जाएगी। देश में 2 करोड़ 68 लाख दिव्यांग है, उनको स्वावलंबी बनाने के लिए मूलभूत सुविधाएं भारत व राज्य सरकार उपलब्ध करवाने के हरसंभव प्रयास कर रही है।

उन्होंने कहा कि एशियन खेलों में पैरालंपिक एथलेटिक्स में दिव्यांगों ने चार मैडल जीतकर हरियाणा व देश का नाम रोशन किया। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन हमारे समाज का अभिन्न हिस्सा है और समय-समय पर ऐसी खेल प्रतियोगिता आयोजित किया जाना एक सराहनीय प्रयास है, क्योंकि इस प्रकार के आयोजन से उनके प्रति लोगों के दृष्टिकोण व मानसिकता को बदलने में मदद मिलती है। हरियाणा सरकार दिव्यांगों के कल्याणार्थ अनेक प्रभावी कदम उठा रही है और समाज की मुख्य धारा में शामिल करने के भरसक प्रयास कर रही है।

इस मौके पर पैरालंपिक कमेटी ऑफ इंडिया व पैरा स्पोर्टस एसोसिएशन ऑफ हरियाणा के प्रधान एवं योजना मंत्रालय तथा राज्यमंत्री, रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय भारत सरकार राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि 18वीं राष्ट्रीय पैरालंपिक एथलेटिक्स चैंपियनशिप का सफल आयोजन करने का श्रेय हरियाणा सरकार को जाता है, क्योंकि उन्होंने इसमें शामिल खिलाडिय़ों के लिए उचित व्यवस्था की है। इस प्रतियोगिता में देशभर से 28 राज्यों के 1443 प्रतिभागी भाग ले रहे है। उन्होंने हरियाणा मुख्यमंत्री श्री मनोहरलाल की सराहना करते हुए कहा कि खिलाडिय़ों को एक मंच प्रदान करने के लिए प्रदेश में नई खेल नीति बनाई और हरियाणा प्रदेश में खिलाडिय़ों को नकद राशि के इनाम दिए जा रहे है, यही कारण है कि प्रदेश में राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलों में बढ़ौतरी हुई है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है वर्ष 2028 तक आस्ट्रेलिया, रूस, चीन आदि देशों से ज्यादा खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उभर कर आएंगे और देश में पदकों की संख्या भी बढ़ेगी। भारत व राज्य सरकार खिलाडिय़ों को मनोबल बढ़ाने की दिशा में नई-नई पहल कर रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री का विशेषतौर पर आभार प्रकट करते हुए कहा कि उनके प्रयासों से इस वर्ग के खिलाड़ी आगे बढक़र हरियाणा का नाम रोशन कर रहे है और उनके प्रयासों से ही दिव्यांगों की राष्ट्रीय स्तर की प्रदेश में पैरालंपिक एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने एसोसिएशन को 50 लाख रुपये की राशि देने के लिए कहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि वे भविष्य में भी ऐसा सहयोग करते रहेंगे।

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इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने खेलों का प्रतीक राष्ट्रीय ध्वजारोहण किया। विभिन्न राज्यों से आए खिलाडिय़ों ने शानदार मार्च पास्ट किया। मुख्यमंत्री ने 18वीं राष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स प्रतियोगिता के शुभारंभ की घोषणा भी की। प्रदीप सिंह ने खिलाडिय़ों को, खेलों को खेल की भावना से खेलने की दिशा में शपथ भी दिलवाई। एसोसिएशन के सदस्य महीपाल ने इस चैंपियनशिप की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर सांसद रतनलाल कटारिया, जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी राज्यमंत्री डॉ. बनवारी लाल, पंचकूला विधायक एवं मुख्यसचेतक ज्ञानचंद गुप्ता, नारनौल के विधायक ओम प्रकाश यादव, पंचकूला आयुक्त एएस चावला, उपायुक्त मुकुल कुमार, जिला पुलिस उपायुक्त मनबीर सिंह, खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग के निदेशक जगदीप सिंह, एसडीएम पंकज सेतिया, एसोसिएशन के प्रतिनिधियों सहित काफी संख्या में खेल प्रेमी भी उपस्थित थे।

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