करौली। उत्तर भारत का प्रसिद्ध आस्था धाम कैलादेवी लक्खी मेला 14
मार्च बुधवार से प्रारंभ होकर 30 मार्च तक चलेगा। लक्खी मेले को देखते हुए
पद यात्रियों का आना प्रारंभ हो गया है। सड़कें पदयात्रियों से अटी हुई
नजर आ रही हैं।
लागुरिया गीतो पर नाचते युवक और युवतियां और कैला माता के
जयकारों के बीच पदयात्रियों के जत्थे आस्थाधाम केलादेवी देवी की ओर बढ़ रहे
हैं। सैकड़ों किलोमीटर का रास्ता तय करने के बाद चेहरे पर थकान की शिकन की
वजह मां के दर पहुंचने की ललक दिखाई दे रही है। तेज धूप के बावजूद पद
यात्रियों के कदम थम नहीं रहे हैं । जिले के विभिन्न मार्गों पर इन दिनों
दिन रात आस्था की कतार टूटती हुई नजर नहीं आ रही है।कैलामाता के लक्खी
मेले में आने वाले लाखो श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा की पूरी
व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा कर ली गई
है।
अतिरिक्त जिला कलेक्टर राज नारायण शर्मा ने बताया की मेले के दौरान
हिण्डौन से आने वाले पदयात्राओं के लिए पाचना पुल के आस पास सुरक्षा
व्यवस्था कर दी गई है। आने वाले पदयात्रियों के लिए करौली से कैलादेवी तक
विभिन्न स्थानों पर प्याऊ एवं भोजन के लिए भामाशाहोें द्वारा भण्डारे की
व्यवस्था की गई है। भोजन व्यवस्था के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य
अधिकारी द्वारा खाद्य निरीक्षक को भी नियमित निरीक्षण के लिए पाबन्द किया
गया। विधुत विभाग द्वारा निर्वाध रूप से चौबीसों घन्टे लाईट उपलब़्ध कराने
के लिए कर्मचारियों को पाबन्द करा दिया गया है। मन्दिर ट्रस्ट द्वारा बस
स्टैण्ड एवं पार्किंग स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे एवं पेयजल की व्यवस्था के
साथ- साथ शौचालयों का निर्माण भी कराया गया है। चिकित्सा विभाग द्वारा
चौबीसों घन्टे चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सकों की राउण्ड
बार नियुक्ति कर दी गई है।
पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के लिए
कैलादेवी मेला परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाये गये है। और लगभग 1250 से
अधिक पुलिस कर्मी नियुक्त किये गए है जिनमें 6 कम्पनी आरएसी की भी लगाई है।
मेला परिसर में कई स्थानों पर वाच टावर एवं ड्रॉन कैमरे भी लगाये है तथा
जिले में 17 अस्थाई चौकी बनाई गई है । पांचना एवं कालीसिल पर गोताखोरों की
नियुक्ति कर दी गई है। जिले के सूरौठ से कैलादेवी तक 17 पिकिटस लगाये गये
है 4 जीप मोबाईल टीम एवं कैलादेवी परिसर के बाहरी ईलाकों में 13 मोटरसाईकिल
मोबाईल पुलिस टीमों का लगाई गई है। मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा
के लिए मन्दिर परिसर में नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है।कैलादेवी
मेले के दर्शनार्थ श्रद्धालुओं का आना 3 दिन पूर्व से ही प्रारम्भ हो गया
है।
श्रद्धालु गाते बजाते पैदल चल रहे है। यात्री उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश
एवं राजस्थान के विभिन्न जिलों से भारी संख्या में आ रहे है। उन्होंने
बताया कि कैलादेवी मन्दिर ट्रस्ट द्वारा मेला परिसर की नियमित रूप से सफाई
व्यवस्था की गई है। जिसमें लगभग 300 से अधिक सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति
की गई है। दर्शनार्थियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एक तरफा यातायात
की व्यवस्था की गई है। शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए लगभग 20 से अधिक
प्याऊ एवं टैंकरो की व्यवस्था की गई है।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे