आहोर के 22 गांवों के लिए 15 करोड़ रु. स्वीकृत किए जाएंगे- PHED मंत्री सुरेन्द्र गोयल

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 06 मार्च 2018, 2:45 PM (IST)

जालोर/जयपुर। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री सुरेन्द्र गोयल ने मंगलवार को राज्य विधानसभा में कहा कि आहोर विधान सभा क्षेत्र के 22 गांवों में पेयजल व्यवस्था को और अधिक बेहतर बनाने के लिए जल्द ही क्लस्टर वितरण प्रणाली के तहत 15 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की जाएगी।

गोयल प्रश्नकाल में विधायकों द्वारा पूछे गये पूरक प्रश्नों का उत्तर दे रहे थे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में ईआर क्लस्टर के तहत 256 गांवों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए 449 करोड़ रुपए की योजना को वर्तमान में तकनीकी परीक्षण के लिए भेजा है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता के आधार पर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।

जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री ने कहा कि क्षेत्र में ईआर क्लस्टर वितरण प्रणाली के माध्यम से 121 गांवों तक पेयजल उपलब्ध कराने की योजना को आगामी 21 मार्च, 2019 तक पूरा किया जाना प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि सरकार आमजन को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। इस योजना को जल्द से जल्द पूरा करवाने के प्रयास किए जाएंगे।

इससे पहले विधायक शंकर सिंह राजपुरोहित के मूल प्रश्न का जवाब देते हुए गोयल ने कहा कि सतही जल स्रोत नर्मदा नहर आधारित परियोजनाओं से जालौर जिले के वर्ष 2001 की जनगणनानुसार कुल 697 ग्रामों को लाभान्वित करने के लिए चार आधारभूत परियोजनाएं (समस्त 697 ग्रामों के लिए ) स्वीकृत की गईं। इनमें से सिल्लू-जैसला-भाटकी आधारभूत परियोजना के कार्य 31 अगस्त, 2008 को पूर्ण कर विधान सभा क्षेत्र, सांचौर के 22 ग्रामों की निवर्तमान प्रणाली से जोड़कर लाभान्वित किया जा चुका है।

उन्होंने कहा कि जिला जालौर के शेष रहे 675 ग्रामों में 419 ग्रामों के लिए कलस्टर वितरण प्रणाली की तीन योजनाएं विभाग द्वारा स्वीकृत की गई हैं। इनमें से विधान सभा क्षेत्र, जालौर के 14 ग्रामों की कलस्टर वितरण प्रणाली की योजना पूर्ण की जाकर इन ग्रामों को लाभान्वित किया जा चुका है। 405 ग्रामों की स्वीकृत कलस्टर परियोजनाओं का कार्य वर्तमान में प्रगति पर है। इनमें से 40 ग्रामों को एफ.आर. आधारभूत पेयजल परियोजना से तथा 18 ग्रामों को डी.आर. आधारभूत पेयजल परियोजना से अस्थाई रूप से जोड़ा जा चुका है।

जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री ने कहा ई.आर. कलस्टर परियोजना के अंतर्गत जालौर जिले के शेष रहे 256 ग्रामों को कलस्टर वितरण प्रणाली से लाभान्वित करने के लिए बनाई गई विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डी.पी.आर.) पर सैद्धान्तिक सहमति के पश्चात् तकनीकी क्लीयरेंस एवं वित्तीय संसाधनों की उपलब्धतानुसार परियोजना की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति के संबंध में निर्णय लिया जाएगा।

गोयल ने कहा जालौर जिले के तीन शहर क्रमशः जालौर, भीनमाल एवं सांचौर पाइप्ड जल योजनाओं से वर्तमान में लाभान्वित हैं। जिले में वर्ष 2011 की जनगणनानुसार कुल सम्मिलित 793 आबाद राजस्व ग्रामों में से 64 ग्राम पाइप्ड जल योजना, 498 ग्राम क्षेत्रीय जल योजना, 212 ग्राम पम्प एवं टैंक जल योजना, 2 ग्राम हैंडपम्प जल योजना तथा 17 ग्राम अन्य जल योजनाओं से वर्तमान में लाभान्वित हैं।

उन्होंने कहा कि जालौर जिले के उक्त शहर एवं ग्रामों में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था सुचारू बनाए रखने के लिए शहरी क्षेत्र में 2 एवं ग्रामीण क्षेत्र के अंतर्गत 136 स्वीकृत जल योजनाएं और कार्य वर्तमान में प्रगति पर हैं। उन्होंने उक्त प्रगतिरत योजनाओं और कायोर्ं को पूर्ण करने संबंधी विवरण भी सदन की मेज पर रखा।

जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री ने कहा कि जालौर जिले के भीनमाल शहर एवं 256 ग्रामों (विधान सभा क्षेत्र, आहोर, भीनमाल, जालौर, रानीवाड़ा एवं सांचौर के क्रमशः 22, 77, 21, 24 एवं 112 ग्राम) को सतही जल स्रोत नर्मदा नहर से स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए नर्मदा ई.आर. आधारभूत परियोजना की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति विभागीय नीति निर्धारण समिति की 191वीं बैठक 19 सितंबर 2013 द्वारा राशि रुपए 455.16 करोड़ की जारी की गई। इस परियोजना का क्रियान्वयन प्रारम्भ करने के लिए एसपीएमएल इन्फ्रा लिमिटेड, गुड़गांव को 24 सितंबर, 2013 को 372.70 करोड़ रुपए का कार्यादेश जारी किया गया।

उन्होंने कहा कि स्वीकृत परियोजना में प्राप्त जल के प्रवाह के लिए एक मुख्य ट्रांसमिशन लाइन तथा स्वच्छ जल के प्रवाह के लिए दो मुख्य ट्रांसमिशन लाइनें डाली जानी प्रावधित हैं। उन्होंने कहा कि तहसील सांचौर के ग्राम डेडवा स्थित हैडवर्क्स से ग्राम पालड़ी सोलंकियान तक रॉ-वाटर के प्रवाह के लिए प्रस्तावित 1200 मिलीमीटर व्यास की 10.100 किलोमीटर एम.एस. पाइप लाइन के विरूद्ध 5.68 किलोमीटर पाइप लाइन अब तक बिछाई गई है।

गोयल ने कहा कि तहसील सांचौर स्थित मुख्य हैडवर्क्स पालड़ी सोलंकियान से तहसील जसवन्तपुरा स्थित रामसीन हैडवर्क्स तक स्वच्छ जल के प्रवाह के लिए प्रस्तावित विभिन्न साइज एवं प्रकार की 92.70 किलोमीटर मुख्य ट्रांसमिशन पाइप लाइन के विरूद्ध तहसील रानीवाड़ा के ग्राम वणधर तक 50.87 किलोमीटर पाइप लाइन अब तक बिछाई जा चुकी है।

उन्होंने कहा कि तहसील सांचौर स्थित मुख्य हैडवर्क्स पालड़ी सोलंकियान से तहसील चितलवाना के ग्राम अगड़ावा हैडवर्क्स तक स्वच्छ जल के प्रवाह के लिए प्रस्तावित विभिन्न साइज एवं प्रकार की 39.45 किलोमीटर मुख्य ट्रांसमिशन पाइप लाइन के विरूद्ध 8.90 किलोमीटर पाइप लाइन अब तक बिछाई जा चुकी है। उन्होंने कहा कि उक्त आधारभूत परियोजना का कार्य वर्तमान में प्रगति पर है तथा यह परियोजना माह अक्टूबर, 2018 तक पूर्ण करना अपेक्षित है।

उन्होंने कहा कि ई.आर. कलस्टर परियोजना से जालौर जिले के उक्त वर्णित 256 ग्रामों को कलस्टर वितरण प्रणाली से लाभान्वित करने की परियोजना की स्वीकृति पर वित्तीय संसाधनों की उपलब्धतानुसार निर्णय लिया जाएगा।

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