बेंगलुरू में जज्बा दिखाएगा बांदा का बुजुर्ग धावक

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 21 फ़रवरी 2018, 5:34 PM (IST)

आर.जयन/अजय सिंह चौहान, बांदा। जोश और जज्बा कायम हो तो उम्र आड़े नहीं आती। इसे चरितार्थ करने के लिए बैंगलोर में बुधवारसे शुरू होने वाली पांच दिवसीय राष्ट्रीय मास्टर्स एथलेटिक्स प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए उत्तरप्रदेश के बांदा शहर के मुहल्ला कालवनगंज के 70 साल के बुजुर्ग धावक मोती लाल चौरसिया पहुंच गए है।


वैसे बुजुर्ग धावक मोतीलाल चौरसिया किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं।एक सड़क दुर्घटना में एक पैर की हड्ड़ी टूटने के बाद भी पिछले माह वह कानपुर में 27वीं प्रादेशिक मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में एक सौ, दो सौ मीटर और पांच किलोमीटर की दौड़ में तीन स्वर्ण पदक जीत चुके है। कुछ दिन पूर्व उन्होंने अपनी आंखों का आॅपरेशन करवाया है और अब उन्हीं बूढ़ी आंखों से राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीतने का सपना देख रहे हैं।वह बांदा के पंड़ित जे.एन. डिग्री काॅलेज में 1976 से 78 तक स्पोर्ट्स चैंपियन और बाद में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के भी चैंपियन रह चुके हैं।


बुजुर्ग धावक चौरसिया ने बैंगलोर से फोन पर बुधवार को कहा कि ‘प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी भूमिका निभाने वाले बुंदेलखंड में जोश और जज्बे की कमी नहीं है।

उनकी पूरी कोशिश होगी कि वह राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीतकर बुंदेलखंड और उत्तरप्रदेश की जनता को सौंपें।’ उन्होंने कहा कि ‘इस चैंपियनशिप को जीतने के बाद वह विश्वपटल में ‘भारत की बूढ़ी हड्ड़ी’ का दम दिखाना चाहेंगे।’




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