PNB घोटाला : अरुण जेटली ने तोड़ी चुप्पी, ऑडिटर्स और मैनेजमेंट पर उठाए सवाल

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 20 फ़रवरी 2018, 9:18 PM (IST)

नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े घोटाले पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए मंगलवार को कहा है कि ये राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है कि वो ऐसे लोगों को पकडे जो बैंकों के साथ धोखाधड़ी करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने देश के दूसरे सबसे बड़े बैंक में हुए घोटले के लिये ऑडिटर्स और बैंक मैनेजमेंट को भी जिम्मेदार माना है जो इस मामले में ढिलाई बरतते आ रहे थे।
उन्होंने कहा कि सरकार बैंकिंग सिस्टम से धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगी और उन्हें नहीं छोड़ेगी। वित्त मंत्री जेटली दिल्ली में एसोसिएशन्स ऑफ डवेलपिंग फाइनेंसिंग इंस्टटी्यूशन इन एशिया एंड पेसिफिक (एडीआईएपी) के सालाना कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा, ऑडिटर्स को अपनी ओर देखना होगा कि वो इस गड़़बड़ी को पकडऩे में नाकामायाब क्यों हुए? सुपरवाइज करने वाली एजेंसीज को ये समीक्षा करनी होगी कि किस तरह के सिस्टम क बनाया जाए जिससे इस तरह की गड़बडिय़ों को पकड़ा जा सके।

वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि सुपरवाइजरी एजेंसियों को ये सुनिश्चित करना होगा कि इस तरह के मामलों को शुरुआती दौर में ही खत्म कर देना चाहिये और दोबारा इस तरह की घटना न हो ये भी सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने पीएनबी और नीरव मोदी का नाम लिए बगैर कहा कि बैंक मैनेजमेंट की जो जिम्मेदारी थी वो उसे निभा नहीं पाए और साथ ही वे यह पता लगाने में असफल रहे कि उनमें से कौन था जो गलत था। जेटली ने कहा कि देश में करदाताओं की संख्या में वृद्धि हुई है। लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि अभी देश में कई ऐसे लोग हैं जो टैक्स नहीं दे रहे हैं।

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गौरतलब है कि नीरव मोदी और उनके मामा मेहुल चौकसी ने बैंक के कुछ अधिकारियों के साथ मिलकर पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में 11,300 करोड़ रुपए के घोटाले को अंजाम दिया और विदेश भाग गए। इसके अलावा पेन बनाने वाली रोटोमैक कंपनी पर भी बैंकों से 3,695 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का आरोप लगा है।

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