बांदा | उत्तर प्रदेश के हिस्से वाले
बुंदेलखंड के बांदा जिले में पिछले दिनों ओलावृष्टि के कारण फसलों को हुए
नुकसान का मुआवजा बांटने का काम शुरू हो गया है। जिलाधिकारी ने शुक्रवार को
सदर तहसील के चमरहा गांव में पहले दिन 193 किसानों के बीच 15 लाख 22 हजार
रुपये ई-पेमेंट के जरिए वितरित किए।
जिलाधिकारी दिव्य प्रकाश गिरि ने शनिवार को बताया, "ओलावृष्टि से जिन
गांवों में 35 फीसद से ज्यादा फसलों का नुकसान हुआ है, वहां ई-पेमेंट के
जरिए राहत राशि भेजने के बाद प्रमाण-पत्र बांटे जा रहे हैं। चमरहा गांव में
193 किसानों को 15 लाख 22 हजार रुपये की राहत राशि के प्रमाण-पत्र बांटे
गए हैं।"
उन्होंने कहा, "बुंदेलखंड के सात जिलों में सबसे पहले
बांदा में मुआवजा बांटने की शुरुआत की गई है, शीघ्र ही सभी प्रभावित
किसानों को राहत राशि दी जाएगी।"
हलांकि, चमरहा गांव के किसान
प्रशासन के इस मुआवजे से संतुष्ट नहीं दिखे। उनका आरोप था कि कर्मचारियों
ने नुकसान का आंकलन घर बैठे किया है, जिससे वाजिब राशि नहीं मिल पाई।
उल्लेखनीय
है कि 12 फरवरी की देर शाम बारिश के साथ गिरे ओले से बांदा, चित्रकूट,
महोबा, हमीरपुर, जालौन, झांसी और ललितपुर में फसलों को भारी नुकसान हुआ था।
10 मिनट तक गिरे ओलों से करीब 10 अरब रुपये की फसल नष्ट हो गई है। इसी
नुकसान की भरपाई की मांग को लेकर महोबा के किसानों ने आंदोलन किया था, जिन
पर पुलिस ने लाठीचार्ज और हवाई फायरिंग की थी।
इधर, बुंदेलखंड किसान
युनियन के अध्यक्ष विमल कुमार शर्मा ने कहा कि यदि किसानों को नुकसान के
बराबर मुआवजा न दिया गया तो सभी सात जिलों में किसान बड़ा आंदोलन करेंगे।
आईएएनएस
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे