स्विस ड्यूल सिस्टम से युवाओं को दिया जा रहा है कौशल प्रशिक्षण : कुणाल

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 15 फ़रवरी 2018, 9:43 PM (IST)

जयपुर। राज्य में व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शिक्षा संकुल में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से व्यावसायिक शिक्षा योजना के अंतर्गत गुरुवार को एकदिवसीय आमुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें राजस्थान के 70 से अधिक स्कूलों के अध्यापकों एवं प्रधानाचार्यों ने भाग लिया।

इस मौके पर राजस्थान कौशल एवं आजीविका मिशन के निदेशक एवं शासन सचिव कृष्ण कुणाल ने कहा कि युवाओं को व्यावसायिक शिक्षा से जोड़ने के लिए विभाग ने राजस्थान सरकार के नेतृत्व में राजस्थान आईएलडी स्किल यूनिवर्सिटी की स्थापना की है, जो युवाओं को स्विस ड्यूल सिस्टम द्वारा कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर रही है और स्टेट ऑफ दी आर्ट स्किलिंग के माध्यम से युवाओं को क्वालिटी ट्रेनिंग देने के लिए प्रयासरत है। विभाग, युवाओं तथा रोजगार प्रदाता, ट्रेनिंग पार्टनर्स एवं मुद्रा बैंक को एक प्लेटफार्म पर लाने के लिए कौशल नियोजन एवं उद्यमिता शिविरों का आयोजन कर रहा है। दिसंबर 2013 से दिसंबर 2017 तक कुल 1011 रोजगार शिविरों का आयोजन कर विभाग ने 504167 से अधिक युवाओं को लाभान्वित किया है।

कुणाल ने कहा कि युवाओं को प्रतिष्ठानों के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान कर उद्योगों की आवश्यकता के अनुरूप कुशल कारीगर तैयार करने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा केंद्रीय शिक्षुता अधिनियम 1961 के तहत शिक्षुता प्रशिक्षण योजना लागू की गई है। शिक्षुता प्रशिक्षण के अंतर्गत नियोक्ता किसी व्यक्ति को अनुबंध के अनुसार निश्चित अवधि के लिए किसी अधिसूचित अथवा वैकल्पिक व्यवसाय में प्रशिक्षित कर सकता है। शिक्षुता प्रशिक्षण अवधि के दौरान प्रत्येक शिक्षु को निर्धारित वृतिका भी दी जाती है। इस योजना के माध्यम से रोजगार प्रदाता न सिर्फ युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करते हैं, बल्कि वे कुशल श्रमशक्ति का एक पूल तैयार कर रहे हैं, जो भारतीय उद्योगों के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। भारत सरकार द्वारा शिक्षुता प्रशिक्षण के लिए 259 ट्रेड पहले ही निर्धारित किए जा चुके हैं।





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उन्होंने बताया कि कौशल प्रशिक्षण की इस मुहिम में विभाग ने सभी सरकारी एवं प्राइवेट आईटीआई में 500 से अधिक बड़े एवं मध्यम कंपनियों के साथ मिलकर कैंपस इंटरव्यूज का आयोजन करा कर प्रशिक्षणार्थियों को उचित रोजगार दिलाने की दिशा में एक अभिनव कदम बढ़ाया है।

आरएसएलडीसी ने कई उद्योगों तथा संस्थानों के साथ हाथ मिलाकर प्रदेश में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए कई नई पहल भी की हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुलाई 2015 में नेशनल कॅरियर सर्विस पोर्टल को लांच कर बेरोजगारों, रोजगार प्रदाताओं, सेवा प्रदाताओं को एक कन्वर्जेंट ऑनलाइन प्लेटफार्म प्रदान किया है, जिसे राजस्थान ने भी पूर्ण रूप से अपनाया है।


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