परीक्षा में शामिल होने वाले SC-ST व दिव्यांगों की आवेदन फीस वापस करेगा रेलवे

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 15 फ़रवरी 2018, 5:27 PM (IST)

अमरीश मनीष शुक्ला, इलाहाबाद। रेलवे की वैकेंसी में आवेदन करने वाले आरक्षण कोटे के अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी है, रेलवे उनका आवेदन शुल्क वापस कर देगी। हालांकि इसके लिए अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल होना होगा और परीक्षा में शामिल होने के बाद रेलवे उनके द्वारा आवेदन के दरमियान दिया गया आवेदन शुल्क वापस बैंक अकाउंट में भेज देगी। यह नियम फिलहाल रेलवे की मौजूदा भर्ती यानी असिस्टेंट लोको पायलट, टेक्नीशियन व ग्रुप डी के लिये है। गौरतलब है कि इस बार भर्ती प्रक्रिया रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ नहीं करा रहा है, बल्कि उसके स्थान पर रेलवे भर्ती बोर्ड करा रहा है । देश में कुल 16 रेलवे भर्ती बोर्ड है और उनके द्वारा 62907 पदों पर ग्रुप-डी के लिए आवेदन मांगा गया है ।

ले रहे 5 गुना शुल्क

रेलवे ने पिछले दिनों ही असिस्टेंट लोको पायलट,तकनीशियन भर्ती व ग्रुप D के पदों पर वैकेंसी के लिये आवेदन मांगे है। इस बार इन भर्तियों में 5 गुना फीस बढ़ा दी गई है। ग्रुप डी में पहले आवेदन शुल्क 100 होता था जो इस समय बढ़ाकर 500 कर दिया गया है। जबकि इससे पहले एससी एसटी, दिव्यांगों, भूतपूर्व सैनिक के कोटे वाले अभ्यर्थियों को आवेदन शुल्क नहीं देना पड़ता था, लेकिन इस बार ऐसे अभ्यर्थियों को भी ढाई सौ रुपय शुल्क देना पड़ रहा है ।
ऑनलाइन होगी परीक्षा भर्ती

रेलवे भर्ती बोर्ड इस बार अपनी भर्ती प्रक्रिया में लिखित परीक्षा ऑनलाइन करा रहा है यानी परीक्षा कंप्यूटर बेस्ट होगी । अभ्यर्थी को कंप्यूटर पर ही लिखित परीक्षा देनी है, इस परीक्षा में बहुविकल्पी प्रश्न होंगे उसमें अभ्यार्थियों को सही विकल्प चुनना होगा। रेलवे की इस भर्ती में 5 गुना परीक्षा शुल्क बढ़ाए जाने के पीछे का जो कारण बताया जा रहा है वह ऑनलाइन परीक्षा ही है । दरअसल ऑनलाइन परीक्षा में बोर्ड को काफी खर्च उठाना पड़ता है। ऐसे में वह अभ्यार्थियों से अधिक शुल्क वसूल कर रही है। पिछली भर्तियों में जहां 100 हुआ करती थी वहीं इस बार 500 शुल्क लिया जा रहा है। ग्रुप D भर्ती शुरू होने से पहले असिस्टेंट लोको पायलट व टेक्नीशियन की भर्ती भी शुरू हुई थी उसमें भी रेलवे ने शुल्क वृद्धि की है।

क्या कह रहे अधिकारी
उत्तर मध्य रेलवे के सीपीआरओ गौरव कृष्ण बंसल ने बताया कि आवेदन शुल्क में वृद्धि का निर्धारण बोर्ड के द्वारा किया जाता है। इस बार रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ की बजाय रेलवे भर्ती बोर्ड परीक्षा कराएगा और उसने ही आवेदन मांगे है। एससी-एसटी, दिव्यांग, भूतपूर्व सैनिक के कोटे के अभ्यर्थी से अभी फीस ली जा रही है , लेकिन जब वह परीक्षा में शामिल हो जाएंगे तो एक प्रक्रिया के तहत उनका शुल्क वापस कर दिया जाएगा। यह आवेदन शुल्क जो वह आवेदन के दौरान दे रहे है, उसे वापस उनके बैंक अकाउंट में रिफंड किया जाएगा।

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