भरतपुर। सीआरपीएफ जवान का शव जैसे ही गांव में पहुंचा, भारत माता की जय के नारे गूंज उठे। वहीं गांव में लाड़ले सपूत को खोने का गम भी है। गांव जाटौली थून में शहीद अरुण को नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई।
अरुण जाट को उनके भतीजे ने मुखाग्नि दी। अरुण एक वर्ष पूर्व सेना में भर्ती हुए थे। प्रशिक्षण के दौरान उनका निधन हो गया। अंतिम संस्कार में किसी प्रशासनिक अधिकारी के नहीं पहुंचने पर परिजनों के साथ गांव वालों में रोष व्याप्त है।
अरुण गत वर्ष मार्च में सेना में भर्ती हुए थे। सैनिक ग्वालियर में तैनात था। तबीयत बिगडने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ से तबीयत बिगडने पर दिल्ली रैफर किया गया,जहाँ उन्होंने अंतिम सांस ली।
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