चंडीगढ़। पंजाब में हुई
हिंदू नेताओं की टारगेट किलिंग के आरोपियों को कड़ी सुरक्षा में शुक्रवार
को नैशनल इन्वेस्टिगेशन एजैंसी (एनआईए) द्वारा स्पेशल कोर्ट में पेश किया
गया। इसमें शूटर हरदीप सिंह शेरा, रमनदीप सिंह, ब्रिटिश नागरिक जगतार सिंह
जोहल और दलजीत सिंह जिम्मी, पहाड़ सिंह, अनिल उर्फ काला व गैंगस्टर
धर्मेंद्र गुगनी शामिल थे।
अदालत में सुनवाई के दौरान
एन.आई.ए. की ओर से एक याचिका लगाई गई है, जिसमें कहा गया है कि पंजाब में
इन सभी आरोपियों की जान को खतरा है, इसलिए इनको दिल्ली शिफ्ट किया जाए।
पंजाब में उनकी सुरक्षा में सेंध लग सकती है। आरोपियों के वकील जसपाल सिंह
मंझपुर ने इसकी पुष्टि की।
उन्होंने कहा कि इस याचिका पर अभी फैसला
होना है। दूसरी तरफ इससे पहले एनआईए द्वारा अदालत में एक याचिका लगाई गई
थी, जिसमें मांग की गई थी कि उन्हें आरोपियों के खिलाफ चालान पेश करने के
लिए 180 दिनों का समय दिया जाए। एजैंसी की दलील थी कि यह मामला काफी गंभीर
है।
इस केस में आरोपी 42-42 दिन तक रिमांड पर रह
चुके हैं। इसके अलावा मामले के तार देश ही नहीं विदेश से जुड़े हैं। मामले
के आरोपी अब तक उनके हाथ से बाहर है।
इस पर दोनों पक्षों के वकीलों की बहस
हुई, जिसके बाद याचिका पर फैसला सुनाने के लिए अदालत ने 14 फरवरी की तारीख
निश्चित की है। कोर्ट ने सभी आरोपियों को पांच मार्च तक के लिए जूडिशियल
रिमांड पर भेज दिया। इस दौरान कई आरोपियों के परिजन भी उनसे मिलने कोर्ट
पहुंचे हुए थे।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे