दिलीप की हत्या के बाद सड़क से विधानसभा तक हंगामा, मुआवजा -विरोध और कार्यवाही

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 13 फ़रवरी 2018, 1:05 PM (IST)

अमरीश मनीष शुक्ला,इलाहाबाद। इलाहाबाद में एलएलबी के छात्र दिलीप की हत्या ने अब सियासी रुख अख्तियार कर लिया है। सड़क से लेकर विधानसभा तक दिलीप की हत्या का मामला उठा। सड़क पर लोगों ने प्रदर्शन किया तो विधानसभा में भी विपक्षी दलों ने सरकार को घेरा। पुलिस ने तेजी जरूर दिखाई लेकिन मुख्य आरोपी विजय शंकर सिंह को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। हालांकि अन्य तीन आरोपी मुन्ना चौहान, रामदीन, ज्ञान प्रकाश अवस्थी गिरफ्तार कर लिए गए है। वहीं सीएम योगी ने दिलीप की हत्या पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए दिलीप के परिजनों को 20 रुपए की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है।
विधानसभा में सरकार को घेरा

कानून के छात्र दिलीप की मौत के बाद विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ । नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन ने दिलीप की मौत का मुद्दा उठाया तो वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दिलीप के लिए 50 लाख रुपए मुआवजे की मांग की। विधानसभा परिषद में भारी हंगामे के चलते हैं विधानसभा की कार्यवाही भी स्थगित करनी पड़ी। अखिलेश यादव ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि प्रदेश अपराधियों के हवाले है, हत्याएं हो रही है और पुलिस एनकाउंटर की आड़ में निर्देशों को ठोक रही है।
20 लाख मुआवजे की घोषणा

सीएम योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद में हुई दिलीप की पीट-पीटकर हत्या के मामले में गहरा दुख व्यक्त किया और दिलीप के परिजनों को हर संभव मदद देने की घोषणा की। उन्होंने आर्थिक मदद के तौर पर दिलीप के परिजनों को 20 रुपए की आर्थिक सहायता का भी ऐलान किया और मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है। उन्होंने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से भी वार्ता करते हुए दिलीप के परिजनों को हर संभव मदद पहुंचाने का निर्देश दिया है।

बसपा प्रदेश अध्यक्ष पहुंचे दिलीप के घर

बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामअचल राजभर सोमवार को देर शाम मृतक दिलीप के घर कुंडा पहुंचे । वहां उन्होंने परिजनों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की और सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में हत्या बलात्कार लूट डकैती की घटनाएं हो रही हैं और सूबे मां कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। हम दिलीप की हत्या पर सदन में जवाब मांगेंगे। वही मामले में पूर्व मुख्यमंत्री व बसपा बॉस मायावती ने भी दुख जताते हुए दोषियों को सजा दिलाने, पीड़ित परिवार की मदद करने की मांग की है। बता दें कि मायावती के निर्देश पर ही राम अचल राजभर सोमवार को दिलीप के घर प्रतापगढ़ पहुंचे थे ।
फास्टट्रैक कोर्ट में होगी सुनवाई

दिलीप की हत्या के मामले में तेजी से न्याय दिलाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई होगी। दिलीप के हत्यारों के ऊपर पुलिस एनएसए के तहत भी कार्रवाई की जायेगी। एसएसपी इलाहाबाद आकाश कुलहरि ने बताया कि 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और मुख्य आरोपी विजय शंकर की तलाश की जा रही है, जल्द ही वह भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी उसकी तैयारी की जा रही है। अभियुक्तों को जल्दी से जल्द सजा मिले और तेजी से परिजनों को न्याय मिले इसके लिए प्रयास किया जा रहा है।
घटनाक्रम पर एक नजर

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के एडीसी कॉलेज से LLB की पढ़ाई कर रहे दिलीप सरोज को शुक्रवार की रात उस समय बेरहमी से पीटा गया था जब वह भोजन करने के लिए कटरा स्थित कालिका रेस्टोरेंट में गया था। दिलीप को पीटे जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और खबर मीडिया में सुर्खियां बनी तो पुलिस हरकत में आई। अस्पताल में दिलीप की हालत बिगड़ती गई और उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां रविवार को उसने दम तोड़ दिया। दिलीप की मौत के बाद छात्रों का आक्रोश सड़क पर उतर आया और सोमवार को जगह-जगह तोड़फोड़ के साथ उग्र प्रदर्शन शुरू हुआ और सिटी बस में आग लगा दी गई। दिनभर शहर में अराजकता का माहौल रहा डीएम से लेकर एसएसपी तक जगह-जगह प्रदर्शनकारियों को समझाते रहे। सड़क पर बढ़ते विवाद के बीच सदन में भी हंगामा शुरू हुआ। विधानसभा परिषद में सपा ने सरकार को घेरा और कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। देर शाम सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिलीप के परिजनों को 20 लाख रुपए की आर्थिक मदद की घोषणा की। वहीं इस मामले में गुजरात से विधायक व दलित नेता जिग्नेश मेवानी, बसपा के प्रदेश अध्यक्ष रामअचल राजभर, बसपा बस मायावती, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत कई बड़े नेताओं ने योगी सरकार की कानून व्यवस्था पर जमकर हमला बोला और दिलीप के लिए न्याय की मांग की।

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