साहित्योत्सव में डॉ.नीरज दइया को राष्ट्रीय पुरस्कार

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 13 फ़रवरी 2018, 10:01 AM (IST)

नई दिल्ली/ बीकानेर। साहित्य अकादेमी , नई दिल्ली के 12 फरवरी से आरम्भ हुए साहित्योत्सव में मुख्य पुरस्कार अर्पण समारोह दिल्ली के कमानी सभागार में आयोजित हुआ जिसमें अकादमी से अधिस्वीकृत 24 भारतीय भाषाओं के साहित्यकारों को मुख्य पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया।
बीकानेर के जाने-माने कवि-आलोचक डॉ.नीरज दइया को वर्ष 2017 के राष्ट्रीय मुख्य पुरस्कार से समादृत किया गया । दइया को यह पुरस्कार उनकी राजस्थानी भाषा की कृति “बिना हासलपाई” के लिए प्रदान किया गया । इस कृति में आधुनिक राजस्थानी कहानी के समग्र मूल्यांकन के साथ ही पच्चीस कहानीकारों के कहानी विधा के अवदान को विवेचित किया गया है जिसे राजस्थानी आलोचना की महत्वपूर्ण उपलब्धि माना गया है ।

पुरस्कार स्वरुप डॉ.नीरज दइया को एक लाख रुपये व ताम्रपत्र अकादेमी अध्यक्ष डॉ.चन्द्रशेखर कम्बार ने अर्पित किए । पुरस्कार अर्पण समारोह में सम्भागियों का स्वागत अकादेमी सचिव के.श्रीनिवास राव ने किया । मुख्य अतिथि के रुप में प्रख्यात लेखक किरन नागरकर ने समकालीन साहित्यिक परिदृश्य व चुनौतियों पर विचार साझा किए । कार्यक्रम में राजस्थानी के पूर्व संयोजक डॉ.अर्जुनदेव चारण, वर्तमान संयोजक मधु आचार्य “आशावादी”, कवि नवनीत पांडे, कवि-कथाकार राजेन्द्र जोशी, कथाकार रजनी छाबडा, लहरीराम मीणा आदि उपस्थित थे । अकादेमी अध्यक्ष माधव कौशिक ने आभार ज्ञापित किया ।



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