सहकारी चीनी मिलों को शुगर कम्पलैक्सों में किया जाएगा तब्दील- डी.पी.रेड्‌डी

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 09 फ़रवरी 2018, 7:59 PM (IST)

चंडीगढ़। सहकारिता विभाग द्वारा पंजाब की घाटे में जा रही सहकारी चीनी मिलों को शुगर कम्पलैक्सों में तबदील करने की योजना तैयार की जा रही है जहाँ चीनी के अलावा इथानौल, बिजली, शराब आदि का उत्पादन करते हुए खंड मिलों को मुनाफे योग्य बनाया जायेगा।
इस बात की जानकारी डी.पी.रैडी, अतिरिक्त मुख्य सचिव सहकारिता द्वारा राज्य की सहकारी चीनी मिलों की पुन: उत्थान और आधुनीकीकरन संबंधित सुझाव देने के लिए गठित विशेषज्ञों की समिति की आज यू.टी. गेस्ट हाऊस, चण्डीगढ़ में हुई मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए दी।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरिंदर सिंह की निर्देश अनुसार देश के चीनी उद्योग से संबंधित उच्च स्तरीय विशेषज्ञों की आज हुई मीटिंग के दौरान घाटे में जा रही सहकारी चीनी मिलों को पंजाब के विभिन्न क्षेत्रों में गन्ने की पैदावार के अनुसार चीनी के अलावा इथानौल, बिजली, शराब आदि का उत्पादन करने के लिए चीनी कम्पलैक्सों में तबदील करने संबंधित विचारों की गई। इसके अलावा देश के विभिन्न राज्यों में पंजाब की अपेक्षा गन्ने के अधिक झाड़ और चीनी की मात्रा होने के कारणों से संबंधित डा. बखशी राम, डायरैक्टर, गन्ना अनुसंधान केंद्र कोयंम्बटूर और डा.के.एस. थिंड, पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी, लुधियाना द्वारा विचार पेश किये गए।
बैठक के दौरान रेडी ने पंजाब के किसानों को गन्ने की अधिक झाड़ देने वाली किस्मों जिनमें चीनी की मात्रा और ज्यादा हो, उपलब्ध करवाने के लिए कृषि विभाग, पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी लुधिआना, केन कमिशनर पंजाब और शूगरफैड, पंजाब को केंद्रीय अनुसंधान संस्थायों के साथ मिल कर संयुक्त उपाय करनेे के लिए कहा। उन्होंने कहा कि गन्ने के अधिक झाड़ और चीनी की और ज्यादा मात्रा वाली किस्में गन्ना काश्तकारों और सहकारी चीनी मिलों की वित्तीय हालत सुधारने में मददगार साबित होगी।
आज इस उच्च स्तरीय मीटिंग में हुए विचार विमर्श के दौरान सहकारी चीनी मिलों को शुगर कम्पलैक्सों में तबदील करने के लिए अपनाईं जाने वाली तकनीकी विधियों बारे विचार विमर्श के दौरान इन पर आने वाली लागत सम्बन्धित भी विचार किया गया। यह भी फ़ैसला किया गया कि सहकारी चीनी मिलों के आधुनिकीकरन के लिए वित्तीय संसधान उपलब्ध करवाने के लिए आगामी बैठक 27 -28 फरवरी को बुलायी गई है।
इस मीटिंग में चीनी उद्योग के साथ सम्बन्धित देश स्तरीय माहिरों के अलावा रजिस्ट्रार, सहकारी सभाएं, पंजाब, विशेष सचिव सहकारिता, प्रबंध निर्देशक, शूगरफैड, पंजाब, प्रबंध निर्देशक, पनकोफैड पंजाब और सहकारी चीनी मिलों के चुने हुए प्रतिनिधियों द्वारा भी भाग लिया गया।

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