जयपुर। देश के विभिन्न राज्यों व ग्रामीण क्षेत्रों की शिल्प कला, बेजोड़ कारीगरी को आम जनता के सामने प्रदर्शित करने के लिए भारत के
हस्तशिल्प दस्तकारों, ग्रामीण गैर - कृषि विकास अभिकरण ( रुड़ा ) एवं विकास
आयुक्त (हस्तशिल्प), भारत सरकार , नई दिल्ली के सामंजस्य से 26 जनवरी
को शिल्पग्राम, जवाहर कला केंद्र में गांधी शिल्प बाजार 2018 का शुभारम्भ
हुआ।
गाँधी
शिल्प बाजार 2018 का उद्धघाटन मुख्य अतिथि राज्य के मुख्य सचिव एन.सी. गोयल द्वारा किया गया और उद्धघाटन समारोह के विशिष्ठ अतिथि राजीव स्वरूप , अतिरिक्त मुख्य सचिव उधोग, विपिन चंद्र शर्मा,
अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, रूडा, रत्नेश कुमार झा, अतिरीक्त विकास
आयुक्त, हस्तशिल्प, भारत सरकार इस अवसर पर मौजूद रहे।
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गाँधी
शिल्प बाजार 2018 के रंगारंग व भव्य उद्धघाटन समारोह में सभी अतिथियों ने
संयुक्त रूप से दिप प्रजलवित करके प्रदर्शनी के विधिवत शरुआत की। सभी
विशिष्ठ अतिथियों ने गाँधी शिल्प बाजार में सभी स्टाल धारकों (शिल्पकारों)
के उत्कृष्ट उत्पादों का बारी बारी से अवलोकन व शिल्पकारों द्वारा बनाई
गयी सभी वस्तुओं की सराहना की।
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विपिन चंद्र शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, रूडा ने सभी अतिथियों
को गाँधी शिल्प बाजार में अपना उत्पाद प्रद्रशित कर रहे सभी शिल्पकारों व
दस्तकारों के बारे में जानकारी दी व बताया की यहाँ पर विभिन्न राज्यों,
केंद्र शासित प्रदेशों व उत्तर प्रदेश, मणिपुर, आसाम, उड़ीसा, कर्णाटक,
केरल, तमिलनाडु, मध्यप्रदेश , आंध्रप्रदेश, राजस्थान, एवं हरियाणा
इत्यादि के करीब 100 दस्तकार भाग ले रहे हैं जो अपनी अनूठी कलात्मक शैली के
उत्पाद व कलाकृतियां साथ लाये है।
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मुख्य
सचिव एन.सी. गोयल ने गाँधी शिल्प बाजार में प्रदर्शित स्टाल धारकों (
दस्तकारों व शिल्पकारों ) के उत्कृष्ट उत्पादों की सराहना व उन्होंने
प्रदर्शनी की रंगारंग स्टॉलों व आयोजकों द्वारा दस्तकारों व आम जनता के लिए
की गयी समुचित व्यवस्थाओं की प्रशंसा की, साथ ही उन्होंने गाँधी शिल्प
बाजार की विजिटर्स डायरी में अपना सन्देश भी दर्ज कराया।
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जवाहर कला केंद्र पर आज से शुरू हुए गाँधी शिल्प बाजार 2018 के पहले दिन आम जनता के लिए आकर्षण का केंद्र रहा।
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