सूक्ष्म एवं लघु उद्योग औद्योगिक विकास की रीढ़ : एसीएस राजीव स्वरूप

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 27 जनवरी 2018, 3:01 PM (IST)

जयपुर। अतिरिक्त मुख्य सचिव (उद्योग) राजीव स्वरूप ने कहा है कि सूक्ष्म एवं लघु उद्योग औद्योगिक विकास की रीढ़ है और सर्वाधिक रोजगार के अवसर एमएसएमई उद्योगों के माध्यम से ही उपलब्ध होते हैं। उन्होंने बताया कि सरकार लघु उद्योगों के संरक्षण और संवर्द्धन के लिए आगे आ रही है।

राजीव स्वरूप शनिवार को उद्योग विभाग व भारत सरकार के एमएसएमई द्वारा बाइस गोदाम में आयोजित जयपुर परिधान एक्सपो-2018 के शुभारंभ समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने फीता काटकर एक्सपो उद्घाटन किया और उपनिदेशक विकास गुप्ता, जयपुर कुर्ती एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर टेलर, जयपुर ए ब्रायडरी एसोसिएशन के महासचिव सत्येन्द्र गुप्ता और अध्यक्ष कोवे निधि तोषणीवाल के साथ एक-एक स्टॉल का अवलोकन किया और प्रतिभागियों से विस्तार से जानकारी ली।

राजीव स्वरूप ने कहा कि गारमेंट सेक्टर में जयपुर पूरे देश में अग्रणी है और यहां से समूचे देश में ही नहीं, विदेशों में निर्यात हो रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार एमएसएमई सेक्टर के विकास व संवर्धन के लिए कार्य कर रही है।

एमएसएमई के उपनिदेशक विकास गुप्ता ने बताया कि जयपुर में इस तरह का पहला प्रयास किया जा रहा है जहां सरकारी प्रयासों से देष के परिधान क्षेत्र से जुडे लोगों को साझा मंच उपलब्ध कराया गया है।


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गुप्ता ने बताया कि परिधान में 138 स्टॉलों में परंपरागत डिजाइनों के साथ ही एथनिक, परंपरागत, डिजाइनर खादी, वेडिंग वियर, मेडअप्स आदि प्रदर्शित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि परिधान में बीटूबी, बीटूसी, तकनीकी सत्रों में सीधा संवाद कायम किया जाएगा।

जयपुर कुर्ती एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर टेलर, जयपुर ए ब्रायडरी एसोसिएशन के महासचिव सत्येन्द्र गुप्ता और अध्यक्ष कोवे निधि तोषणीवाल ने बताया कि उद्योग विभाग व एमएसएमई के इस तरह के प्रयासों से प्रदेश में गारमेंट और बूटिक व्यवसाय को नई दिशा मिल सकेगी।

उपनिदेशक प्रदीप ओझा ने बताया कि परिधान में राजस्थान सहित 14 प्रदेशों की संस्थाएं हिस्सा ले रही हैं। परिधान में प्रतिदिन रामाज, आईएनएफडी और आर्च द्वारा डिजाइनरों द्वारा फैशन शो का भी आयोजन किया जा रहा है। परिधान में टेक्सटाइल व गारमेंट मशीनरी भी प्रदर्शित की गई है।

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