करणी सेना के अध्यक्ष बोले-मैं पद्मावत देखने को तैयार, तारीख बताएं भंसाली

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 22 जनवरी 2018, 8:12 PM (IST)

लखनऊ। संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत को लेकर कई राज्यों में विरोध-प्रदर्शन का दौर जारी है। इसी बीच राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष लोकेंद्र सिंह कालवी ने कहा कि वो पद्मावत देखने के लिए तैयार हो गए है। करणी सेना के अध्यक्ष लोकेंद्र सिंह कालवी ने सोमवार को लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की । योगी से मुलाकात के बाद कालवी ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि संजय लीला भंसाली ने फिल्म देखने के लिए उन्हें पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि मैं फिल्म देखने के लिए तैयार हूं, लेकिन भंसाली ने अभी फिल्म दिखाने की तारीख नहीं बताई है। कालवी ने कहा, पद्मावत को लेकर उत्तर प्रदेश भी सभी राज्य सरकारों की तरह चिंतित है। जब पद्मावती नाम से यह फिल्म सामने आई और विरोध शुरू हुआ तो योगीजी ने सबसे पहले आवाज उठाई थी। अब हम पद्मावती नहीं, पद्मावत के विरोध में खड़े हैं।

अब यह सीएम योगी ही बताएंगे कि वह इस फिल्म को लेकर क्या कदम उठाएंगे। हमारा काम अपील करना था। भंसाली के पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए कालवी ने कहा, हां, उनकी तरफ से पत्र आया है। पर, वह एक धोखा है। तमाशा बनाने के लिए है। फिल्म देखने के लिए बुलाया है लेकिन तारीख नहीं बताई है। मैं तो फिल्म देखने के लिए भी तैयार हूं। मैं चाहता हूं कि मीडिया भी साथ चले। लेकिन भंसाली से अपील है कि वह मजाक न बनाएं। इससे पहले वह मीडिया को बुलाकर फिल्म नहीं दिखाए। इस बार ऐसा नहीं होना चाहिए। वह तारीख बताएं, मैं फिल्म देखूंगा। इससे पहले सोमवार को कालवी ने जयपुर में कहा कि वह किसी भी कीमत पर संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत को रिलीज नहीं होने देंगे और चेताया कि अगर सिनेमाघर 25 जनवरी को फिल्म को प्रदर्शित करते हैं तो इसका नतीजा लोगों के भीषण आक्रोश की शक्ल में सामने आएगा।



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उन्होंने अन्य राज्य सरकारों से भी आग्रह किया कि अगर वे फिल्म पर प्रतिबंध चाहते हैं तो साथ में आकर सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दाखिल करें। कालवी ने कहा, हम किसी कीमत पर फिल्म को रिलीज होने नहीं देंगे। सर्वोच्च न्यायालय ने राज्य सरकारों को फिल्म की रिलीज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है, हमें नहीं। उन्होंने कहा, एक बार अगर फिल्म रिलीज हो गई, तो लोगों का आक्रोश भीषण होगा और इसकी जो कीमत होगी उसके लिए सिनेमाघर जिम्मेदार होंगे। कालवी ने कहा, मैं अन्य राज्य सरकारों से, जिन्होंने इससे पहले फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी, आगे आकर इसकी रिलीज रोकने के लिए सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर करने का आग्रह करता हूं।

आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को मध्य प्रदेश और राजस्थान सरकार की फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई करेगा। दोनों राज्यों के वकीलों ने अदालत के 18 जनवरी के फैसले के संदर्भ में संशोधन/स्पष्टीकरण की मांग करते हुए मामले की जल्द सुनवाई का आग्रह किया है। अदालत ने अपने फैसले में राजस्थान, गुजरात और हरियाणा सरकार द्वारा अपने राज्यों में फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की अधिसूचना/आदेश पर रोक लगा दी थी। अदालत ने निर्देश दिया था कि कोई भी राज्य सरकार ऐसा कोई आदेश नहीं जारी करेगी जो संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत की 25 जनवरी की रिलीज में रोड़ा अटकाए। राजस्थान और मध्य प्रदेश की सरकारों ने सिनेमेटोग्राफ एक्ट की सहायता लेते हुए सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है, जिसके तहत राज्य में कानून-व्यवस्था के आधार पर फिल्म की रिलीज रोकी जा सकती है।

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