साल 2017 में पुलिस अपराधों पर शिकंजा कसने में अव्वल, लेकिन साइबर अपराधों से निपटने में नाकाम

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 22 जनवरी 2018, 5:32 PM (IST)

जयपुर। जयपुर कमिश्नरेट इलाके में अपराधों का ग्राफ कम हो रहा है, ये कहना है जयपुर पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल का। पुलिस कमिश्नर सोमवार को मीडिया से मुखातिब हुए और पुलिस कमिश्नरेट का वार्षिक अपराध प्रतिवेदन जारी किया। खास बात ये है कि एक साल में अपराधों पर शिकंजा कसने में भले ही पुलिस अव्वल रही हो, लेकिन बढते साइबर अपराधों से निपटने में नाकाम नजर आई है।

जयपुर में अपराधों की रोकथाम के लिए मुस्तैद हुई शहर पुलिस की सख्ती से वर्ष 2017 में अपराधों का ग्राफ कम हुआ है। आईपीसी अपराधों पर नजर डालें तो बीते वर्ष 21288 मामले सामने आए है जो बीते वर्ष की तुलना में करीब 8 फीसदी कम है। प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों ने पुलिस की कार्यप्रणाली और नवाचारों पर प्रजेंटेशन भी दिया और कहा कि जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की टीम शहर में अपराधों की रोकथाम और कानून व्यवस्था के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।

अपराधों की रोकथाम के लिए पुलिस ने निरोधात्मक कार्रवाई में इजाफा किया है। पुलिस कमिशनरेट में बीते वर्ष की तुलना में वर्ष 2017 में 16 फीसदी निरोधात्मक कार्रवाई ज्यादा की। ये निरोधात्मक कार्रवाई विभिन्न एक्ट के जरिए की गई। निरोधात्मक कार्रवाई से पुलिस ने अपराधियों पर शिकंजा कसा और कानून व्यवस्था कायम की। वहीं हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, अपहरण, बलात्कार, नकबजनी, चोरी समेत अन्य अपराधों में 8 प्रतिशत तक कमी आई है। साथ ही महिला अपराधों से जुडे मामलो में भी करीब 13 प्रतिशत की कमी जयपुर में देखने को मिली है। सडक दुर्घटनाओं में होने वाली मौत समेत अन्य मामलो की साल 2013 से लेकर 2016 तक की बात करें तो साल 2017 में 2.40 प्रतिशत तक की कमी हुई है।

पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल ने पुलिस कमिश्नरेट की ओर से किए गए नवाचारों की जानकारी दी और आमजन से जुड़ने के लिए वाट्सएप ,फेसबुक सरीखे सोशल माध्यमों के प्रयोग को सफल बताया। उन्होंने कहा कि बीते वर्ष मोटर व्हीकल एक्ट के तहत 814701 कार्रवाईयां की गई। मोटर व्हीकल एक्ट के तहत बीते वर्ष की तुलना में 24 फीसदी कार्रवाई ज्यादा की गई। इसमें रैश ड्राइविंग, ड्रिंक एण्ड ड्राइव, ओवर स्पीड और रेड लाइट का उल्लंघन शामिल है।

पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल कहा कि वर्ष 2018 को लेकर पुलिस ने रणनीति तैयार की है। शहर में रोजाना सामने आने वाले साइबर अपराधों से निपटने के लिए पुलिस 24 घंटे मुस्तैद रहेगी। वहीं अपराधों पर लगाम कसने और जनता से जुड़ाव के लिए कई नवाचार भी करेगी।

राजधानी जयपुर में बढ़ते अपराधों के बीच जयपुर पुलिस कमिश्नरेट ने सालाना आंकडे जारी करते हुए शहर में अपराध कम होने का दावा किया है। लेकिन शहर में बढ़ते साइबर अपराधों से निपटना अब भी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती माना जा रहा है।

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