नई दिल्ली | दिल्ली पुलिस ने बवाना
में स्थित उस प्लास्टिक गोदाम के मालिक को गिरफ्तार कर लिया है, जिसमें
शनिवार को लगी आग में 17 लोग मारे गए थे।
पुलिस उपायुक्त रजनीश गुप्ता ने कहा कि पुलिस ने शनिवार रात को मनोज जैन के
खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की और थोड़ी देर पूछताछ करने के बाद उसे गिरफ्तार कर
लिया।
अधिकारी ने कहा, "हमने जैन को गिरफ्तार कर लिया है क्योंकि वह और ललित गोयल नामक एक अन्य व्यक्ति इस गोदाम के मलिक हैं।"
दिल्ली
के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को आग लगने की घटना की विस्तृत
जांच के आदेश दिए और मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि
देने की घोषणा की।
अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को पश्चिम दिल्ली
के बवाना में एक प्लास्टिक के गोदाम में आग लगने से 10 महिलाओं समेत 17
लोगों की मौत हो गई और 30 अन्य घायल हो गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले की पूरी तरह जांच होगी कि लाइसेंस कैसे दिया गया, किसने लाइसेंस दिया और यह घटना कैसे घटी।
उत्तर
दिल्ली नगर निगम की मेयर प्रीती अग्रवाल के अलावा केंद्रीय मंत्री
हर्षवर्धन, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता मनोज तिवारी और दिल्ली
विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता भी मौके पर पहुंचे।
मनोज तिवारी ने भी घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को 50,000 रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
डीसीपी
गुप्ता ने कहा कि बावाना औद्योगिक क्षेत्र में आग लगने की खबर नियंत्रण
कक्ष को शाम करीब 6.20 बजे मिली जिसके बाद दमकल की 10 गाड़ियों को मौके पर
भेजा गया। तीन घंटे के बाद आग पर काबू पा लिया गया।
गुप्ता के
अनुसार गोदाम में पटाखे रखे थे और गोदाम से बाहर निकलने का केवल एक ही
रास्ता था जिसके कारण इस घटना में बड़ी संख्या में लोग मारे गए।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि जब आग बेसमेंट से ऊपरी मंजिलों की ओर बढ़ी तो पीड़ित बेसमेंट, पहली और दूसरी मंजिलों में फंस गए।
आईएएनएस
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे