भाई की चाहत और मां को सदमे से उबारने के लिए दो बहनों ने चुराया था बच्चा

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 15 जनवरी 2018, 2:29 PM (IST)

भरतपुर। राजकीय जनाना अस्पताल से नवजात बच्चे को चोरी कर ले जाने के चर्चित मामले में पुलिस ने दो सगी बहनों को गिरफ्तार किया है। इन बहनों ने अपने भाई की चाहत और मां को बेटा दिलाने की लालसा में बच्चे को चुराने की योजना रची। आरोपी बहनों के भाई के एक हादसे में मौत हो जाने के बाद मां को सदमे से उबारने के लिए एवं पिता द्वारा दूसरी शादी के दवाब को
रोकने के लिए इन बहनों ने इस वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया।

पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार टाँक ने बताया कि 10 जनवरी को जनाना अस्पताल भरतपुर से रहस्यमय तरीके से गायब हुये नवजात शिशु की घटना के सन्दर्भ में उसके परिजन सददीक पुत्र रतन सिंह निवासी हैवतका थाना गोपालगढ ने पुलिस थाना मथुरा गेट भरतपुर पर रिपोर्ट दर्ज करायी कि मेरी पुत्रवधु मनीषा ने पहाडी हॉस्पिटल में एक पुत्र को जन्म दिया लेकिन मनीषा की रक्त स्त्राव न रूकने के कारण से चिकित्सको ने जनाना हॉस्पीटल भरतपुर को रेफर कर दिया प्रार्थी व उसके परिवारीजनों ने मनीषा को दोपहर साढे बारह बजे जनाना हॉस्पीटल में भर्ती करा दिया। मनीषा के नवजात पुत्र को समय करीब दोपहर ढाई बजे किसी अजनवी महिला अपहरण कर उठा ले गई। प्रार्थी व उसके परिवारीजनो ने बच्चे को काफी तलाश किया लेकिन बच्चा नहीं मिला और जनाना स्टाफ से भी पूछताछ की लेकिन कोई जवाव नहीं मिला।

इस प्रकार सरकारी अस्पताल से बच्चे का चोरी हो जाने को जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा गम्भीरता से लिया जाकर पुलिस अधीक्षक द्वारा शहर भरतपुर के अधिकारियों की मीटिंग ली जाकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सुरेश खींची के सुपरवीजन एवं पुलिस उप अधीक्षक आवडदान रत्नू के नेतृत्व में चुनिन्दा पुलिसकर्मियों की विशेष टीम गठित की गई, जिसमें थानाधिकारी थाना मथुरागेट राजेश पाठक, थानाधिकारी थाना उधोगनगर वीरेन्द्र शर्मा एवं थाना मथुरागेट के रामवीर एसआई, धर्मसिंह, एएसआई कुमरचन्द, एएसआई मानसिंह, एएसआई पुष्पेन्द्र सिंह, एएसआई दीपा शर्मा, हैड कानिस्टेबल कैलाश सिंह, हैड कानिस्टेबल शिवलाल, हैड कानिस्टेबल किशन सिंह, हैड कानिस्टेबल जोगेन्द्र सिंह, हैड कानिस्टेबल देशराज, हैड कानिस्टेबल पूरनसिंह मानव तस्करी यूनिट जिला, कानिस्टेबल अनिल कुमार, कानिस्टेबल बृजेन्द्र सिंह को सम्मिलित किया गया।

इन टीम द्वारा जारी किये गये दिशा निर्देशों के मुताविक कडी मेहनत व लगन से कार्य करते हुये शहर के विभिन्न स्थानों पर लगे सीसीटीवी फुटेज को चैक किया तो दो युवतियां एक स्कूटी पर जाते हुये संदिग्ध के रूप में पहचान की गई। टीम द्वारा किये गये विशेष प्रयासों से उक्त स्कूटी टीवीएस जूपिटर ग्रे कलर का होना चिन्हित किया गया, इसके पश्चात जूपिटर स्कूटी के भरतपुर
नम्बर एवं उत्तरप्रदेश राज्य के निकटवर्ती जिलों के विभिन्न जूपिटर स्कूटी के नम्बरों को चैक किया गया एवं इस कार्य के दौरान जो संदिग्ध नम्बर उत्तर प्रदेश राज्य के प्राप्त हुये उनकी तस्दीक हेतु स्हायक उप निरीक्षक कमरचन्द व हैड कानिस्टेबल किशनसिंह को मथुरा के लिये रवाना किया जाकर पडौसी जिले मथुरा में बच्चो के केयर सेन्टर/ अस्पाताल में वच्चे व संदिग्ध महिला की तलाश करवाई गई पाकिंग स्थल से स्कूटी जानकारी प्राप्त की गई शहर के व वाहर निकलने वाले रास्तो के सीसीटीबी फूटेज चैक किये गये।

गठित टीमों द्वारा शहर में हाऊस से हाऊस सर्वे किया गया। संदिग्ध सफेद रंग की स्कूटी जिसका नम्बर 1361 पता चला के सम्बन्ध में विशेष रूप से जानकारी की गई तो पता चला कि संदिग्ध स्कूटी नम्बर यू पी 85 बी सी 1361 के द्वारा बच्चे को संदिग्ध महिला अपहरण करके ले गई है जिसके बारे में तस्दीक की गई तो उक्त नम्बर मीना देवी पत्नि लक्ष्मणसिंह जाति जाट निवासी ग्राम स्वरूपा नौंगांव जिला मथुरा यूपी सामने आया। इसी दौरान मुखबिर खास से भी जिला पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि एक संदिग्ध व्यक्ति कुछ समय पूर्व मेवात इलाके में अपनी बेटी के लिये नवजात शिशु खरीदने के लिये घूम रहा है। उक्त व्यक्ति की पहचान लालसिंह निवासी हरी का नगला मथुरा के रूप में सामने आया, इसी दौरान संदिग्ध स्कूटी नम्बर यूपी 85 बीसी 1361 के रजिस्टर आॅनर मीना देवी के पते ग्राम स्वरूपा नौगाया जिला हाथरस पहुंचकर मालूमात एवं गोपनीय जानकारी की गई तो सामने आया कि लालसिंह नाम का व्यक्ति मीना देवी का पिता लगता है एवं मीना देवी अपनी तीन पुत्रियों के साथ मथुरा शहर में रह रही है जिसके पति लक्ष्मनसिंह फौज में नौकरी करते हैं जिसका एक ही 12 वर्षीय पुत्र करीब दो साल पहले आकस्मिक रूप से मृत्यु हो चुकी है। इसी आधार पर घटित पुलिस टीम द्वारा प्रथक प्रथक एवं सामूहिक रूप से प्रयास करते हुये संदिग्ध परिवार से पूछताछ की गई तो सामने आया कि लक्ष्मणसिंह का पुत्र दो साल पूर्व खत्म हो जाने के कारण पूरा परिवार सदमे की स्थिति में था एवं पिता लक्ष्मणसिंह जो वर्तमान में मेरठ में पदस्थापित है विशेष रूप से परेशान था। गांव वाले एवं अन्य परिवारीजन पुत्र की चाहत में लक्ष्मणसिंह को दूसरी शादी करने के लिये भी दबाब बनाते थे परन्तु मीना देवी उसकी पुत्रियां एवं पिता भी ऐसा नहीं चाहते थे, इसके लिये मीना देवी का काफी इलाज करवाया परन्तु सफल नहीं हो सका इसके लिये आई बी एफ तकनीक का भी प्रयोग किया गया एवं मीना देवी के लिये सभी को बताया गया कि मीना देवी गर्भवती है परन्तु चार महीने बाद मीना देवी का गर्भपात हो जाने के कारण दोनों पुत्रियों ने सोचा कि यह बात पिता को पता चलेगी तो सदमा बर्दाश्त नहीं कर पायेंगे। इसलिये निर्धारित समय के लिये कोई अन्य शिशु राजीखुशी उनको दे दे इसलिये कई सरकारी एवं प्राईवेट अस्पताल में डाॅक्टर व नर्स आदि से सम्पर्क किया तो कई लोगों ने उनको राय दी कि गरीब लोग सक्षम नहीं होने के कारण नवजात शिशु को रूपये के बदले दे देते है यह आश्वासन उनको मथुरा के एक प्राईवेट हाॅस्पीटल की फीमेल नर्स द्वारा भी दिया गया परन्तु हाल ही में उस फीमेल नर्स ने कहा कि वह महिला तो मर गई इसलिये तुम्हारा काम नहीं हो सकता तो फिर उक्त दोनों ने आनन फानन में किसी भी तरह से नवजात शिशु की व्यवस्था करने की ठान ली उसके बाद 9 जनवरी को हम दोनो बहने जनाना अस्पताल भरतपुर आये और इधर-उधर काफी प्रयास किये परन्तु किसी बच्चे को ले जाने में सफल नही हो सके उसके बाद 10 जनवरी को वापस हम दोनो बहनें स्कूटी जुपीटर से जनाना अस्पताल भरतपुर में आये और एक औरत जिसके एक बच्चा हुआ था से जानकारी कि यह लडका या लडकी उसने लडका बताया उसके बाद हम उसके पीछे लग गये उसके साथ दो बूढी औरतें और थी हम उनसे मेलजोल बढाने लग गये कुछ समय बाद वह दोनों औरतें नाश्ता करने के लिए बाहर चली गयी हमको बोलकर गयी कि बच्चे का ध्यान रखना उसके बाद बच्चे की माॅ ने अपने बाथरूम जाने की कही जिसपर प्रियंका
उसको बाथरूम कराने गयी और बच्चा प्रियंका ने अपनी गोदी में ले लिया बच्चे की माॅ ने जैसे ही बाथरूम का गेट लगाया तो प्रियंका उस बच्चे को लेकर बाहर आ गयी उसके बाद दोनो स्कूटी से बच्चे को अपने साथ लेकर चली गयी।

पुलिस द्वारा तत्परता से कार्यवाही करने की जानकारी टीवी पर देखती रही। पुलिस की तत्परता व सघनता से तलाष करने पर पकडे जाने के डर से शिवानी 13जनवरी को बच्चे को कपडे पहनाकर रारह से सांतरूक जाने वाली नहर के किनारे छोड कर चली गयी व एक पर्ची भी लिखकर गयी कि यह बच्चा जनाना अस्पताल से चोरी हुआ था वह है। पूछताछ के बाद प्रियंका पत्नि भूपेन्द्र सिंह उम्र 20 साल निवासी सरूपा नौगावा पुलिस थाना सादाबाद जिला हाथरस यूपी हाल दाऊजी मन्दिर के सामने शास्त्री पुरम काॅलोनी आगरा यूपी पुलिस थाना सिकन्दरा जिला आगरा यूपी तथा शिवानी पत्नि पुष्पेन्द्र उम्र 23 साल निवासी सौंख रोड पाली खेडा मथुरा यूपी को गिरफ्तार किया गया तथा घटना में प्रयोग में ली गई स्कूटी जुपीटर नम्बर यूपी 85 बीसी 1361 को जप्त किया जा चुका है। इस सराहनीय कार्य में हैड कांस्टेबल पूरनसिंह मानव तस्करी यूनिट जिला भरतपुर व हैड कानिस्टेबल किषनसिंह का वारदात के खुलासे में विषेष सराहनीय भूमिका रही। घटना में अन्यों की संलिप्तता बाबत गहनता से अनुसंधान किया जा रहा है।

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