बेटियाँ अनमोल है के सन्देश से गूँज उठा आसमान

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 15 जनवरी 2018, 1:31 PM (IST)

जयपुर। बेटियाँ अनमोल है का पावन सन्देश अब आसमानों को छू रहा है। बेटी को कोख में ही पूरा संरक्षण मिले, इसके लिए समाज में नवीन जागृति का वातावरण तैयार हो रहा है। बेटी बचाओ का महत सन्देश सर्वत्र प्रसारित करने के लिए मकर संक्रांति के अवसर पर पतंगों के माध्यम से अनूठा सन्देश दिया गया। “बेटियाँ अनमोल है” के सन्देश को अपने साथ लिए जब पतंगे आसमान में लहराई तो हर कोई देखता रह गया। आसमान के आखिरी छोर तक अटी पतंगों ने पुरजोर ढंग से बेटी बचाओ का सन्देश दिया।

गौरतलब है कि गत 13 जनवरी को जयपुर के दुर्गापुरा स्थित कृषि अनुसंधान केन्द्र में आयोजित हुए डेप प्रशिक्षण कार्यक्रम में मिशन निदेशक नवीन जैन और परियोजना निदेशक पीसीपीएनडीटी रघुवीरसिंह ने पंतगों के त्योंहार मकर संक्रान्ति के अवसर पर नौनिहालों को ‘बेटियां अनमोल हैं और बेटी बचाओ‘ का संदेशलिखी पतंगें वितरित की। इन पतंगों ने आकाश मार्ग से समाज में पैगाम प्रचारित किया। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के शासन सचिव एवं राज्य समुचित प्राधिकारी, पीसीपीएनडीटी नवीन जैन के मार्गदर्शन में डॉटर्स आर प्रिसियस कार्यक्रम के जरिए अनूठी पहल की जा रही है। साथ ही इस महत कार्यक्रम से जुड़ने के लिए डेप रक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा हैं। इस उर्जस्वि अभियान में युवा बड़ी संख्या में आगे आ रहे हैं और बेटी बचाओ के लिए कृतसंकल्पित हो रहे हैं।

बेटियां अनमोल हैं, कार्यक्रम के तहत डेप रक्षकों यानी कन्या रक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम की अगली कड़ी में अगला कार्यक्रम जयपुर के दुर्गापुरा स्थित कृषि अनुसंधान केन्द्र के सभागार में प्रशिक्षण कार्यक्रम 20 जनवरी को रखा गया है, जिसमें जयपुर प्रथम सहित राज्य भर के निजी एवं सरकारी शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। राज्य स्तरीय प्रशिक्षण आयोजन के जरिए युवाओं को जोड़ा जायेगा। प्रशिक्षण प्राप्त डैप रक्षक 24 जनवरी के महा-जागरुकता अभियान में भागीदारी कर विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में बेटी बचाओ का संदेश देंगे।

उल्लेखनीय है कि गत 17 नवम्बर को राज्य में विभिन्न शिक्षण संस्थानों में डॉटर्स आर प्रिसियस कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें लाखों युवाओं से डेप रक्षकों ने संवाद किया। इसी मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए अब 24 जनवरी को डॉटर्स आर प्रिसियस कार्यक्रम द्वितीय यानी डेप-2 का आयोजन रखा गया है, जिसके तहत स्कूलों व कॉलेजों में संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

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