लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वामी
विवेकानंद की जयंती पर प्रदेशवासियों एवं विशेष रूप से नौजवानों को बधाई
दी। उन्होंने देश को विवेकानंद के मिले अतुलनीय योगदान को याद करते हुए कहा
कि एक युवा संन्यासी के रूप में स्वामी जी ने भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता
की महक विदेशों तक बिखेरी।
यहां जारी एक बधाई संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि 25 वर्ष की आयु में
संन्यास ग्रहण करने वाले स्वामी विवेकानंद का जन्म कोलकाता में 12 जनवरी,
1863 को हुआ था। संत रामकृष्ण परमहंस के मुख्य शिष्य के रूप में उन्होंने
भारत की आध्यात्मिकता से परिपूर्ण दर्शन को विश्व जगत के समक्ष पूरी
तार्किकता एवं अकाट्य प्रमाणों के साथ प्रस्तुत किया। भारत में हिंदू धर्म
को पुष्पित एवं पल्लवित करने में उनके योगदान को सदैव याद रखा जाएगा।
योगी
ने युवाओं से स्वामी विवेकानंद के भाषणों एवं लेखन को अधिक से अधिक पढ़ने
तथा उनके बताए हुए रास्ते पर चलने की अपील की है। उन्होंने विवेकानंद के
प्रसिद्ध सूत्रवाक्य 'उठो, जागो और तब तक रुको नहीं, जब तक मंजिल प्राप्त न
हो जाए', को दोहराते हुए नौजवानों से इसे अपनी जीवन यात्रा में अपनाने का
आग्रह किया है।
आईएएनएस
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