रिश्वत लेते धरा गया प्रिंसिपल, अध्यापकों और बच्चों ने बिजिलेंस टीम पर हमला किया

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 11 जनवरी 2018, 1:46 PM (IST)

कासिम खान नूंह। जिले के सबसे बड़े गांव सिंगार में एक अध्यापक ने अपने ही सीनियर गुरूजी पर स्कूल कमरों के निर्माण की आड़ में एक लाख रुपये की रिश्वत लेने की शिकायत बिजिलेंस विभाग में कर गुरूजी को बुधवार को रंगे हाथों गिरफ्तार करा दिया , लेकिन कुछ अध्यापकों और बच्चों द्वारा स्कूल के मुख्य गेट को बंद कर बिजिलेंस की टीम पर हमला कर न केवल गाड़ी को ईंट ,पत्थर इत्यादि से क्षतिग्रस्त कर दिया बल्कि तीन जवानों को चोटिल कर रिश्वतखोर गुरूजी को बिजिलेंस के कब्जे से छुड़ा लिया। बिजिलेंस ने एफआईआर तो रिश्वतखोर कार्यवाहक प्रिंसिपल के खिलाफ दर्ज की है ,तो दूसरी एफआईआर बिछोर थाने में रिश्वतखोर प्रिंसिपल के गांव के ही दो अन्य कर्मचारियों पर विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज कराई है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार जीपीएस स्कूल सिंगार में कार्यरत मुख्य शिक्षक इदरीश खान ने बुधवार को बिजिलेंस विभाग के नूंह स्थित कार्यालय में इंस्पेक्टर ओमप्रकाश भारद्वाज को दी शिकायत में आरोप लगाया कि उनके सीनियर कार्यवाहक प्रिंसिपल हुमायूं कबीर ने स्कूल कमरों के निर्माण की एवज में एक लाख रुपये की डिमांड की, साथ ही नहीं देने पर अंजाम भुगतने तक की धमकी दी। अध्यापक इदरीश खान पर सीनियर की धमकी का कोई असर नहीं हुआ। इंस्पेक्टर ओमप्रकाश भारद्वाज ने शिकायत मिलते ही टीम गठित कर बिजली विभाग नूंह एसडीओ पीडी कौशिक को डयूटी मजिस्ट्रेट तैनात कराकर सिंगार गांव की तरफ रुख किया। दोपहर के समय इदरीश खान अध्यापक ने जब अपने सीनियर कार्यवाहक प्रिंसिपल हुमायूं कबीर को एक लाख रुपये दिए , तो टीम ने उसे दबोच लिया। गिरफ्त में आने पर हुमायुं ने शोर मचा दिया , तो उनके गांव के ही मोहमद अली मैथ टीचर और लैब असिस्टेंट ने न केवल स्कूल का मुख्य दरवाजा बंद कर बच्चों को उकसा दिया बल्कि छुड़ाने में मदद भी की। इस घटना में बिजिलेंस की सरकारी बोलेरो के शीशे धराशायी ही नहीं हुए उसमें सवार सतबीर एएसआई , विष्णु और मनोज सिपाही भी पथराव में मामूली रूप से घायल हो गए। बिजिलेंस के मुताबिक जीपीएस सिंगार में दस कमरों के निर्माण के लिए तक़रीबन 37 लाख 65 हजार रुपये की रकम आई हुई है। इसी में से हुमायूं कबीर कार्यवाहक प्रिंसिपल एक लाख रुपये की रिश्वत मांग रहा था। पुलिस ने मामले में दो अलग - अलग एफआईआर दर्ज कर ली है। इंस्पेक्टर ओमप्रकाश भारद्वाज के अनुसार उन्होंने 100 नंबर पर फ़ोन मिलाकर इत्तला दी, तब कहीं जाकर बिजिलेंस टीम वहां से वापस आ सकी। उन्होंने कहा कि जल्द ही आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर लेगी।

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