आदिवासी किसानों को मिलेगा माही और जाखम नदियों का पानी : मुख्यमंत्री

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 07 जनवरी 2018, 9:52 PM (IST)

उदयपुर/जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश के जनजाति क्षेत्रों के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि जयसमंद झील को सालभर भरा रखने के लिए माही और जाखम नदियों का पानी लाने की योजना बनाई गई है और इसकी डीपीआर के लिए राज्य सरकार ने राशि जारी कर दी है। उन्होंने कहा कि इससे दक्षिणी राजस्थान के आदिवासी किसानों एवं लोगों को पर्याप्त मात्रा में सिंचाई और पीने का पानी मिल सकेगा।

राजे रविवार को उदयपुर जिले के सलूम्बर में विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद जनसभा को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि जनजाति क्षेत्र के विकास की दिशा में राज्य सरकार कोई कमी नहीं रख रही है। जनता की मांग और स्थानीय जरूरतों को पूरा करने के लिए सरकार ने हरसंभव प्रयास किए हैं और भविष्य में भी करती रहेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आधारभूत सुविधाओं के विकास के साथ-साथ आमजन को खुशहाल बनाना और राजस्थान को हर क्षेत्र में अग्रणी बनाना ही हमारा लक्ष्य है। पिछले चार साल में जनजाति उत्थान एवं क्षेत्रीय विकास के लिए जो काम हुए, वे ऐतिहासिक उपलब्धि हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में मंदिरों के विकास पर 500 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इसी के तहत आदिवासियों के प्रमुख आस्था धाम मानगढ़ पर भी विकास कार्य कराए जा रहे हैं।

सलूम्बर क्षेत्र में 9 हजार कृषि कनेक्शन जारी, 18 हजार कुएं होंगे गहरे

राजे ने कहा कि किसानों को कृषि कनेक्शन देने के लिए पिछले चार साल में ठोस प्रयास किए गए हैं। चार साल में अकेले सलूम्बर क्षेत्र में 9 हजार कृषि कनेक्शन जारी हुए हैं। क्षेत्र में 18 हजार कुओं को गहरा करने का काम जून तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसी प्रकार सामान्य श्रेणी के लोगों को भी 1 अप्रैल से घरेलू बिजली कनेक्शन ऑन डिमान्ड मिलने लगेंगे।

बांसवाड़ा में स्थापित होगी पुलिस बटालियन

मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में क्षेत्र में दो पुलिस बटालियन स्थापित होंगी। प्रतापगढ़ में महाराणा प्रताप बटालियन शुरू करने की मंजूरी मिल गई है। इसी प्रकार मेवाड़ भील कोर की एक और बटालियन बांसवाड़ा में स्थापित की जाएगी, जिसके लिए जमीन चिन्हित कर ली गई है।

मुख्यमंत्री ने दी 362 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों की सौगात




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मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने 362 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया। उन्होंने 240 करोड़ की लागत से बनने वाले सलूम्बर-उदयपुर मेगा हाईवे तथा 4 करोड़ 43 लाख की लागत से बनने वाले 33 व 11 केवी जीएसएस एवं लाइन सुधार कार्य का शिलान्यास किया। राजे ने इस अवसर लगभग 118 करोड़ रुपए की लागत के 23 कार्यों का लोकार्पण भी किया। इन कार्यों में 43 करोड़ 84 लाख की लागत से निर्मित देवेन्द्र एनीकट एवं जल अपवर्तन सुरंग परियोजना प्रमुख है। उन्होंने 20 करोड़ की लागत के कीर की चौकी-सलूम्बर मार्ग पर 19 किमी सड़क सुदृढ़ीकरण का कार्य, 1 करोड़ 30 लाख की लागत के गोमती नदी पर खरका-लोदा पुल, 1 करोड़ 30 लाख की लागत के बरोड़ा व बड़ावली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन निर्माण, 6 करोड़ 79 लाख की लागत के सराड़ा व बरोड़ा विवेकानंद मॉडल स्कूल सहित कई कार्यों का लोकार्पण किया।

अन्नपूर्णा रसोई वैन का शुभारंभ



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मुख्यमंत्री ने इस दौरान अन्नपूर्णा रसोई वैन का शुभारंभ किया और महिलाओं को अपने हाथ से खाना परोसा। उन्होंने सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के 28 लाभार्थियों को भी लाभान्वित किया।


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इस अवसर पर गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया, जिला प्रभारी मंत्री धनसिंह रावत, पीएचईडी राज्यमंत्री सुशील कटारा, सांसद अर्जुनलाल मीणा, विधायक अमृतलाल मीणा, गौतमलाल मीणा, नानालाल अहारी, दलीचंद डांगी, रणधीर सिंह भिण्डर, फूलसिंह मीणा, प्रताप भील, राजस्थान अनुसूचित जनजाति आयोग अध्यक्ष प्रकृति खराड़ी, जिला प्रमुख शांतिलाल मेघवाल सहित जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित थे।


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