नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि किसी क्षेत्र के पिछड़े जिलों को आगे लाने से पूरे राज्य में बदलाव आएगा और उन्होंने सरकारी अधिकारियों से आग्रह किया कि उन जिलों में अपनी तैनाती करवाकर खुद के सामने चुनौती पेश करें।
मोदी ने कहा कि इस तरह के पिछड़े जिलों में सफलता की कहानी गढ़ कर लोगों के बीच विश्वास का माहौल बनाया जा सकता है, जिसके बाद वे इस बात पर विश्वास करने लगेंगे कि कुछ भी संभव है।
मोदी ने ''आकांक्षी जिलों का कायापलट' विषय पर आयोजित एक सम्मेलन में कहा, "एक बार जब भारत के लोग कुछ करने का निर्णय ले लेंगे, तो कुछ भी असंभव नहीं है।"
उन्होंने कहा, "कम विकसित जिलों में काम करने में चमक-दमक नहीं मिलेगी, लेकिन उन्नतिशील कारणों से सकारात्मक बदलाव लाने के लिए विशाल अवसर प्राप्त होंगे।"
मोदी ने कहा, "14 अप्रैल को हम बाबा साहब अंबेडकर की जयंती मनाते हैं, और हम इन तीन महीनों को कम विकसित जिलों के गरीब लोगों के जीवन में बदलाव लाने के लिए अग्रणी नवाचार को समर्पित करते हैं।"
उन्होंने कहा, "कुछ क्षेत्रों में पिछड़ापन उस क्षेत्रों के लोगों के लिए अन्याय है। इन 115 पिछड़े जिलों का विकास डॉ. बी. आर. अंबेडकर के सपने को ध्यान में रखकर किया जा रहा है, जिन्होंने समाज के पिछड़े लोगों के कल्याण के लिए काम किया।"
नीति आयोग ने देश के विभिन्न क्षेत्रों से 115 पिछड़े जिलों की पहचान की है, जिसमें सरकार वर्ष 2022 तक बदलाव लाना चाहती है।
-आईएएनएस
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