जोनल इंजीनियर ने किसानों से भरी सभा मे मांगी माफी, तब खोला 24 घंटे से लगा जाम

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 05 जनवरी 2018, 7:52 PM (IST)

करौली। सिंचाई के लिए रात में बिजली की आपूर्ति होने से नाराज किसानों द्वारा गुरुवार शाम 5 बजे से हिण्डौन सिटी-करौली रोड स्थित गुडला गांव के पास स्टेट हाइवे पर लगा रखा जाम 24 घंटे के बाद शुक्रवार को खोल दिया गया।

जाम खुलवाने के लिए गुर्जर नेता कर्नल किरोडी बैंसला ने मध्यस्थता की तथा जयपुर से आये विद्युत निगम के अभियंताओं से करौली में वार्ता की। जिसके बाद किसानों को 15 दिन तक दिन में और 15 दिन रात के समय रोस्टर के अनुसार सिंचाई के लिए बिजली आपूर्ति करने पर सहमति बनी। इसके अलावा खराब फीडर सुधार, उच्च पावर के ट्रांसफार्मर लगाने, बिजली बिलों की समस्याओं के निस्तारण का भी आश्वासन दिया। जयपुर से पहुंचे से विद्युत निगम के जोनल इंजीनियर क्षेमराज ने सभा में किसानों से माफी मांगी। इसके बाद 24 घंटे से लगा जाम खोल दिया गया।

मामले में वार्ता करने के लिए जयपुर से विद्युत निगम के जोनल इंजीनियर क्षेमराज, तकनीकी निदेशक नवीन अरोडा करौली आये थे। वार्ता के दौरान पुलिस व प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे। मांग पूरी होने के बाद कर्नल बैंसला ने किसानों से समझाइश की तो किसान जाम खोलने के लिए सहमत हो गए। जाम खुलने से करौली-हिण्डौन मार्ग पर यातायात सुचारू हो गया।

उल्लेखनीय है कि सिंचाई के लिए दिन में बिजली आपूर्ति की मांग को लेकर कल किसान विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता कार्यालय आए, जहां पर उन्होंने अभियंता के कार्यालय का घेराव और प्रदर्शन किया। वार्ता के लिए अधीक्षण अभियंता को कक्ष से बाहर बुलाया, लेकिन अभियंता बाहर नहीं आए। इस पर किसान नाराज हो गए और गुडला गांव पहुंचकर करौली-हिण्डौन मार्ग पर जाम लगा दिया। प्रशासन की लाख समझाईश के बाद भी किसान नहीं माने जिसके बाद शुक्रवार दोपहर कर्नल बैंसला मौके पर पहुंचे तथा किसानों से वार्ता के बाद करौली मे अधिकारियों से वार्ता की और वापस आकर किसानों से समझाईश कर जाम खुलवाया।

किसानों का कहना था कि पिछले एक माह से रात्रि के समय ही बिजली दी जा रही है। जबकि रोस्टर प्रणाली के हिसाब से हर सप्ताह क्रम बदलना चाहिए। रात को तेज सदी में सिंचाई करने से किसान बीमार हो रहे है, कई किसानों की मौत हो चुकी है। जाम खुलने से पुलिस प्रशासन व लोगों ने राहत की सांस ली है।

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