पुलिस की अपहरण मामले में जमकर हुई किरकिरी , लघु सचिवालय में भीड़ ने डाला डेरा

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 18 दिसम्बर 2017, 6:49 PM (IST)

नूंह। सोमवार को जिला सचिवालय परिसर नूंह में मालब गांव के लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर हंगामा किया। ग्रामीणों का आरोप है कि नूंह पुलिस की सांठ-गांठ से उनके बेटे का बदमाशों ने 4 दिन से अपहरण कर रखा है। उनका यह भी आरोप था की बदमाश कभी भी उनके लाल की हत्या कर सकते हैं ।

पुलिस उनके बेटे को बदमाशो के चुंगल से छुड़ाने मे ढिलाई बरत रही है। इसके अलावा सबसे बड़ी बात यह रही की एक नन्हीं बच्ची हाथ जोड़कर अपने चाचा को छुड़वाने की गुहार करते रही। पीड़ित की मां डीएसपी से गुहार लगाती रही। पीड़ित परिवार में गर्मागर्म नोंकझोक तक भी हुई। कई घंटे तक चले इस हाईवोल्टेज ड्रामे के बावजूद पुलिस ने भीड़ को महज पांच घंटे में अपहरणकर्ताओं के चंगुल से अरशद को छुड़ाने का भरोसा दिलाया , लेकिन ग्रामीण जिद पर अड़े रहे और साफ कहा कि जब तक अरशद उनके पास नहीं आ जाता , तब तक वे लघु सचिवालय परिसर में ही डटे रहेंगे। कुल मिलाकर अपहरण में पुलिस की भूमिका को लेकर बवाल कम होने की बजाय लगातार बढ़ता ही जा रहा है। जिस समय ये हंगामा हो रहा था , उस समय एसपी नाजनीन भसीन भी लघु सचिवालय स्थित अपने कार्यालय में ही मौजूद थी , लेकिन डीएसपी वीरेंद्र सिंह ने ही मोर्चा संभाला।

मालब गांव के लियाकत,ईसा, तोफिक,शब्बीर,जाकिर,अजरुद्दीन,ताहिर,मुंफिदा, सुवालिया,शमशाद आदि सैकड़ों लोग महिला- बच्चों सहित लघु सचिवालय परिसर में करीब दो घण्टे पुलिस के खिलाफ नारे लगाते रहे। ग्रामीणों ने पुलिस पर आरोप लगाया की उनके बेटे अरसद को गत 14 दिसम्बर को कुछ बदमाशों ने नूंह से अपहरण कर लिया था। अपहरण उस समय हुआ , जब अरशद नल्हड मेडिकल कालेज डयूटी पर जा रहा था। जिस समय अरशद का अपहरण हुआ , उसे उसके भाई लियाकत ने देखा था। लियाकत ने बाइनेम एफआईआर कराई , लेकिन पुलिस पिछले 4 दिन से हवा मे तीर चला कर परिजनों को भरोसा दे रही है कि उनका बेटा शीघ्र ही बदमाशों के चुंगल से छुड़ा लिया जायेगा। लेकिन चार दिन गुजर चुके हैं ,इससे पहले भी ग्रामीण डीएसपी वीरेंद्र सिंह से मुलाकात कर पीड़ा सुना चुके हैं ,डीएसपी ने उन्हें कुछ घंटे का समय दिया , लेकिन अभी तक भी अरशद अपहरणकर्ताओं के चंगुल से आजाद नहीं हो पाया है। ग्रामीण दो घण्टे तक लघुसचिवालय मे पुलिस अधिकारियों के मिलने के इंतजार मे बैठे रहे।लेकिन पुलिस के अधिकारी पीड़ित लोगों से मिलने नही आए।

बाद मे पीड़ित ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ खूब नारे लगाए। इसके अलावा अरसद की माता व बहन,भाभी,चाची दो घण्टे तक अपने लाल के लिए रोती रही,ओर अरसद को बदमाशों के चुंगल से आजाद कराने मे देरी करने के लिये पुलिस पर आरोप लगाती रही , पीड़ित परिवार की नन्ही बेटी पुलिस अधिकारियों के सामने हाथ जोड़ कर दो घण्टे गिड़-गिड़ाती रही , लेकिन पुलिस अधिकारियों को पीड़ित परिवार की फरियाद सुनने के लिये दिल नही पसीजा।
पुलिस कप्तान नाजनीन भसीन पीड़ित ग्रामीणों से मिलने तक नही आई,काफी पसीना बहाने के बाद चारों तरफ पुलिस की किरकिरी होने के बाद नूंह डी एस पी वीरेंदर सिंह पीड़ित ग्रामीणों के बीच आए, वीरेंदर सिंह व पीड़ित परिवार के बीच तीखी बहस हुई,अंत मे डी एस पी वीरेंदर सिंह ने पीड़ित ग्रामीणों को भरोसा दिया की 5 घण्टे मे आपके बेटे को बदमाशों के चंगुल से छुड़ा कर आपके हवाले कर दिया जायेगा।

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