भारत-ब्रिटिश संयुक्त युद्धाभ्यास : अजेय वारियर-2017 का समापन

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 14 दिसम्बर 2017, 7:14 PM (IST)

जयपुर/बीकानेर। बीकानेर के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में भारत-ब्रिटिश संयुक्त युद्धाभ्यास श्रंखला का तीसरा युद्धाभ्यास ‘अजेय वारियर-2017’ का गुरुवार को समापन हुआ। दो सप्ताह तक किया गया यह युद्धाभ्यास 1 दिसम्बर को शुरू हुआ था। समापन समारोह में दोनों सेनाओं के उच्च सैन्य अधिकारी और पर्यवेक्षक मौजूद थे। भारत में ब्रिटिश उच्च आयुक्त सर डोमिनिक अस्कुइथ (केसीएमजी) और ब्रिटेन से रॉबर्ट हैरी टेलबोट राईस, तथा भारतीय सेना के लेफ्टिनेन्ट जनरल रणबीर सिंह, जनरल ऑफिसर कमांडिंग स्ट्राइक 1 और मेजर जनरल रूपिन्दर सिंह, जनरल ऑफिसर कमांडिंग कोकरल डिवीजन मौजूद थे।

रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष ओझा ने बताया कि दुनियाभर में बढ़ती आतंकवादी गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए इस युद्धाभ्यास का पहला संस्करण 2013 में भारत के बेलगांव और ब्रिटेन के वेस्टडाउन कैम्प, सेलिसबरी ट्रेनिंग एरिया में 2015 में सम्पन्न हुआ था। इस युद्धाभ्यास में दोनों सेनाओं के कम्पनी स्तर के 120 जवानों ने हिस्सा लिया। इस युद्धाभ्यास का उद्देश्य दोनों सेनाओं के अपने-अपने अनुभव और कार्यपणाली को एक-दूसरे से साझा करना था। मौजूदा इन्सर्जेन्सी परिदृष्य में शुरू किया गया यह युद्धाभ्यास धीमी गति से शुरू होकर 48 घण्टे में अपने चरम पर पहुंच गया। इससे दोनों देशों के सैन्य दलों को एक-दूसरे के अनुभवों से बहुत कुछ सीखने को मिला।


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इस युद्धाभ्यास ने दोनों देशों के रक्षा सहयोग की दिशा में एक बड़ा लक्ष्य हासिल करने में सहायता की, इससे भविष्य में दोनों देशों की सेनाओं के सैन्य संबंध और अधिक गहरे होंगे। इस दौरान युद्धाभ्यास के व्यस्त कार्यक्रम में से समय निकालकर मेहमान सेना को राजस्थान की समग्र सांस्कृतिक विरासत से भी अवगत कराया गया और विश्वविख्यात भारतीय व्यंजनों से उनकी मेहमान नवाजी भी की गई।


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अपने संदेश में भारतीय सेना के लेफ्टिनेन्ट जनरल रणबीर सिंह ने कहा कि वर्तमान विश्व परिदृश्य और बदलते आतंकवाद के माहौल को देखते हुए इस प्रकार के संयुक्त युद्धाभ्यास समय की जरूरत है, जो कि आतंकवाद जैसी वैश्विक समस्या के निवारण की दिशा में छोटा, लेकिन एक सही कदम है।

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