जन्मदिन मुबारक हो दिलीप कुमार

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 11 दिसम्बर 2017, 11:33 AM (IST)

अपने जमाने में दिलीप कुमार को बेहतरीन अभिनेता माना जाता है, दु:खद भूमिकाओं के लिए मशहूर होने के कारण उन्हें ट्रेजिडी किंग भी कहा जाता है। उन्हें भारतीय फिल्मों के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, इसके अलावा दिलीप कुमार को पाकिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान निशान-ए-इम्तियात से भी सम्मानित किया गया है। दिलीप कुमार को जन्म 11 दिसंबर 1922 पेशावर पाकिस्तान में हुआ था। दिलीप जी के जन्म का नाम मुहम्मद युसुफ खान है। उनके पिता मुंबई आ बसे थे, इनके 12 भाई बहन थे। इनके पिता फल बेचा करते थे, जहां उन्होंने हिन्दी फिल्मों में काम रूशु किया। उन्होंने अपना नाम बदल कर दिलीप कुमार कर दिया ताकि उन्हें हिन्दी फिल्मों में ज्यादा पहचान और सफलता मिले।

ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे

दिलीप जी ने अभिनेत्री सायरा बानो से 1966 में शादी की। विवाह के समय दिलीप जी 44 और सायरा बानो की उम्र सिर्फ 22 थीं। 1980 में दिलीप जी ने आसमां से दूसरी शादी भी की थी। लेकिन किसी कारणवंश यह शादी जल्द ही खत्म हो गई।

ये भी पढ़ें - ये एक्ट्रेस है दुनिया की सबसे परफेक्ट फिगर वाली महिला!

50 के दशक में स्टार के तौर पर स्थापित होने के बाद दिलीप जी ने 1960 में कोहिनूर फिल्म की जिसमें उन्हें एक बाहर फिल्म फिल्मफेयर अवार्ड मिला। 60 के दशक में उनकी गंगा जमुना, दिल दिया दर्द लिया, राम और श्याम व आदमी जैसी फिल्म असफल रही। गंगा जमुना में इन्होंने अपने रियल भाई नासिर खान के साथ काम किया था। लेकिन इसके दिलीप जी के स्टारडम में कोई खास फर्क नहीं पडा।

ये भी पढ़ें - तो यह कारण था जिसकी वजह से टूट गई थी करिश्मा की अभिषेक से शादी

वहीं 1960 में ही दिलीप जी ने देश की सबसे बडी फिल्म मुगल-ए-आजम में शहजादे सलीम की बेहतरीन भूमिका निभाई, जो इनके करियर की सबसे बडी हिट साबित हुई।

ये भी पढ़ें - संजीदा अभिनेता संजीव कुमार ने नहीं की शादी लेकिन कई बार हुआ प्रेम

अभिनेता दिलीप कुमार अपनी पहली फिल्म ज्वार भाटा के असफल होने के बाद जुगनु नाम की फिल्म में काम किया यह फिल्म सुपरहिट रही, जिसके बाद दिलीप कुमार रातों रात हिन्दी सिनेमा के बडे स्टार बन गए। इस फिल्मकी सफलता के बाद दिलीप जी के पास फिल्मों के ऑफर की बाढ ही आ गई।

ये भी पढ़ें - ऐश ने बॉलीवुड में पूरे किए 20 साल, 1994 से 2017 तक का सफरनामा

दिलीप जी को मिले सबसे अधिक सम्मान:
1991 में दिलीजी को देश के तीसरे सबसे बडे सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किय गया था।

1993 में दिलीप जी को फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंड अवॉर्ड से नवाजा गया।
1994 में उनको भारतीय सिनेमा के सबसे बडे सम्मान दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड सम्मानित किया गया।

1998 में दिलीप कुमार को पाकिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान निशान-ए-इम्तियात से भी सम्मानित किया गया है।

दिलीप जी का नाम सबसे अधिक अवॉर्ड पाने के लिए गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड में शामिल है।

ये भी पढ़ें - अनसुनी बात : इस बॉलीवुड अभिनेत्री से करण ने किया था एकतरफा प्यार...