हाईकोर्ट के आदेशों के विपरीत द्रव्यवती नदी में तोड़फोड़ कर रहा है जेडीए : खाचरियावास

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 06 दिसम्बर 2017, 8:41 PM (IST)

जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं जयपुर जिलाध्यक्ष प्रतापसिंह खाचरियावास ने जेडीए पर आरोप लगाया है कि द्रव्यवती नदी प्रोजेक्ट में टाटा कंसल्टेंसी के साथ मिलकर जेडीए के अधिकारी हाईकोर्ट के आदेशों की अवमानना करते हुए 210 और 150 फीट के अलावा भी लोगों के मकान तोड़कर उन्हें बेघर कर रहे हैं।

खाचरियावास का कहना है कि राजस्थान हाईकोर्ट के आदेशों के तहत द्रव्यवती नदी की चौड़ाई 210 फीट और काफी जगह 150 फीट निर्धारित की गई थी तथा जेडीए की इंजीनियरिंग शाखा द्वारा तोड़-फोड़ करने के बाद सभी जगह पिलर भी लगा दिए गए थे। इसके बाद लोगों ने जेडीए के इंजीनियरों से बात करने के बाद लाखों रुपए खर्च करके अपने टूटे मकानों को सुधरवा लिया था। अब जेडीए के अधिकारियों की मिलीभगत से टाटा कंसल्टेंसी अपने ऊंचे राजनीतिक रसूखातों के तहत उन लोगों के मकान तुड़वा रहा है और जेडीए के अधिकारी कानून कायदों को ताक पर रखकर टाटा कंसल्टेंसी के इशारे पर तोड़-फोड़ कर रहे हैं, जो गैर कानूनी है।

खाचरियावास ने कहा कि द्रव्यवती नदी प्रोजेक्ट पहले से ही विवादों में है। द्रव्यवती नदी के आसपास बड़े अधिकारी और भूमाफिया मिलकर प्रोजेक्ट के अलावा बची जमीन पर अवैध कब्जे करके कॉलोनियां काटने में लगे हुए हैं। राज्य सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि हाईकोर्ट के आदेशों के तहत 210 फीट और 150 फीट के अलावा किसी भी तरह की तोड़-फोड़ पर रोक लगाई जाए, अन्यथा कांग्रेस पार्टी कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी और पूरे द्रव्यवती प्रोजेक्ट को लेकर मामले की सच्चाई लोगों के सामने लाएगी।

खाचरियावास ने कहा कि द्रव्यवती नदी प्रोजेक्ट में बड़ा घोटाला हो रहा है। बड़े स्तर पर जयपुर के विकास के नाम की आड़ में जनता की खून-पसीने की कमाई को रिवर प्रोजेक्ट के नाम पर पानी की तरह बहाया जा रहा है। द्रव्यवती नदी प्रोजेक्ट में आज तक जितना भी काम हुआ है, उसका सारा पैसा जेडीए टाटा कंसल्टेंसी को बेहिसाब दे रहा है। इस सारे मामले में गैर कानूनी तरीके से टाटा कंसल्टेंसी को भुगतान किया जा रहा है जो किसी भी तरह से जनता के हित में नहीं है।

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