आरबीआई ने नहीं दिया सस्ते कर्ज का तोहफा, रेपो रेट 6 फीसदी पर बरकरार

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 06 दिसम्बर 2017, 3:22 PM (IST)

मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को जारी वित्त वर्ष 2017-18 की अपनी पांचवी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में प्रमुख ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। आरबीआई ने रेपो रेट को 6 फीसदी पर और रिवर्स रेपो रेट को 5.75 फीसदी पर बरकरार रखा है। वहीं सीआरआर 4 फीसदी पर बरकरार है। आपको बता दें कि अर्थशास्त्रियों ने पहले ही ब्याज दरों में कोई भी बदलाव नहीं होने का अनुमान जताया था। आरबीआई की अगली क्रेडिट पॉलिसी 6-7 फरवरी के दौरान होगी।

रिजर्व बैंक ने रेपो रेट सहित अपनी नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। ऐसे में सस्ते कर्ज का इंतजार और लंबा हो गया है। रिजर्व बैंक ने 2 अगस्त को हुई मॉनीटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक में रेपो रेट 0.25 फीसदी कम किया गया था। इस कटौती के बाद रेपो रेट 6 फीसदी पर आ गया था। इसके बाद रिजर्व बैंक ने अक्टूबर में हुई एमपीसी की मीटिंग में पॉलिसी रेट में कोई बदलाव नहीं किया था। इसके लिए रिजर्व बैंक ने महंगाई बढऩे का हवाला दिया था।

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अगर रिजर्व बैंक ब्याज दरें कम करता है तो आम आदमी, बिजनेस मैन से लेकर इंडस्ट्री सबको फायदा मिलता है। आम लोगों के लिए पर्सनल लोन, होम लोन, कार लोन और बिजनेस लोन सस्ता होगा। एक्टिविटी बढऩे से मांग बढेंगी और इंडस्ट्री को भी इसका फायदा मिलेगा।

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