लव जिहाद केस : मैं नहीं चाहता कि मेरे परिवार में कोई आतंकी हो-हदिया के पिता

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 28 नवम्बर 2017, 6:01 PM (IST)

नई दिल्ली। केरल के बहुचर्चित लव जिहाद मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा सुनाए गए फैसले का हदिया के पिता के.एम. अशोकन ने स्वागत किया है। आपको बता दें कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने हदिया को उसके माता-पिता की कस्टडी से मुक्त करने और सलेम होम्योपैथी कॉलेज में उसकी शिक्षा पूरी करने देने का आदेश दिया था। हदिया के पिता के.एम. अशोकन ने मंगलवार को कहा कि वह अपने परिवार में किसी आतंकवादी को नहीं चाहते। अशोकन ने कहा कि उनकी बेटी हदिया इस्लाम में परिवर्तित होने के बाद सीरिया जाना चाहती है, लेकिन उसे वहां के बारे में कोई जानकारी नहीं है।

उनसे जब अंतर जातीय विवाह के बारे में उनकी राय पूछी गई तो उन्होंने कहा कि वह एक धर्म और एक ईश्वर में विश्वास रखते हैं। उन्होंने कहा, मैं नहीं चाहता कि मेरे परिवार में कोई आतंकी हो। अशोकन ने कहा, यह बहुत दु:खद है कि उसे इस खराब अनुभव से गुजरना पड़ा जिसके कारण उसकी पढ़ाई बाधित हुई, लेकिन अब मैं खुश हूं क्योंकि अदालत ने उसे आगे पढ़ाई करने की अनुमति दे दी है। उन्होंने इन आरोपों को खारिज किया कि हादिया को नजरबंद रखा गया था। अशोकन ने कहा, घर के भीतर और बाहर उसके चारों ओर पुलिस का घेरा होता था।



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उन्होंने कहा कि उन्हें तमिलनाडु के सलेम में हादिया की सुरक्षा को लेकर कोई चिंता नहीं है क्योंकि वह अब सुप्रीम कोर्ट के संरक्षण और निगरानी में है। अशोकन ने कहा, मैं सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करता हूं। वह सुप्रीम कोर्ट के संरक्षण में है और वह मामले पर नजर रख रहा है। मैं उसकी सुरक्षा को लेकर चिंतित नहीं हूं। यह केरल का कथित लव जिहाद का मामला है। हदिया ने हिंदू धर्म छोडकऱ इस्लाम अपनाने का फैसला किया था और मुस्लिम शफीन जहान से शादी की थी। उसके पिता ने कहा था कि उनकी बेटी का जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया है।

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