स्वच्छता के प्रति आमजन को जागरूक करने के लिए मॉर्निगं फोलोअप कार्यक्रम करें

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 21 नवम्बर 2017, 6:22 PM (IST)

करौली। पंचायती राज एवं स्थानीय स्वायत्त शासन स्वच्छता निदेशक डा. आरूषि ए मलिक ने कहा करौली जिले को खुले में शौच से मुक्त घोषित करने के लिए सभी जनप्रतिनिधियों का सहयोग लेकर शौचालयों का निर्माण हेतु माहौल बनाया जाये। डा. मलिक मंगलवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण एवं शहरी योजना की समीक्षात्मक बैठक के दौरान यह बात कही। उन्होंने विकास अधिकारियों द्वारा समय पर सीडिगं एवं जीओटेकिगं करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि गांव में शौचालय निर्माण के लिए आमजन को प्रोत्साहित किया जाये।

सरपंचों को सम्मानित करने हेतु भिजवाये प्रस्ताव निदेशक ने कहा कि जिले में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत उत्कृष्ट कार्य करने वाले संरपंचों को राज्य स्तर पर सम्मानित करने के लिए प्रस्ताव भिजवाये। उन्होंने इस सम्बन्ध में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को निर्देश दिये कि वे जिले में अभियान के तहत अच्छा कार्य करने वाले संरपंचों के नाम राज्य स्तर पर भिजवाये। उन्होंने कहा कि ब्लॉक स्तर पर कार्यशालाऐ आयोजित की जाये जिससे शौचालय निर्माण का माहौल बने। उन्होंने कहा कि अच्छे कार्य करने वालों को प्रोत्साहित किया जाये एवं उन्हें प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया जाये।

शौचालय निर्माण की प्रगति के बारे में ली जानकारी डा0 मलिक ने सम्बन्धित उपखण्ड अधिकारी एवं विकास अधिकारियों से स्वच्छ भारत मिशन के तहत निर्मित शौचालय निर्माण की प्रगति के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी ली। उन्होंने कहा कि नादौती एवं हिण्डौन ब्लॉक को दिसम्बर माह तक हर हालत में खुले में शौच से मुक्त घोषित कर दिया जाये। उन्होंने कहा कि जिले में स्वच्छता के प्रति आमजन को जागरूक करने के लिए मॉर्निगं फोलोअप कार्यक्रम आयोजित किये जाये । उन्होंने कहा कि मॉर्निंग फोलोअप कार्यक्रम में आंगनबाडी कार्यकर्ता, पटवारी, एएनएम एवं ग्राम सेवक को शामिल किया जाना चाहिए। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर राजनारायण शर्मा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय निर्माण के लिए अधिकारी एवं कर्मचारियों को शामिल किया जायेगां। उन्होंने कहा कि शौचालय निर्माण हेतु प्रोत्साहित करने के लिए रात्रि चौपाल एवं जनसुनवाई में भी ग्रामीणों को समझाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिले को ओडीएफ करने के लिए एक विशेष कार्ययोजना तैयार की जायेगी। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेन्द्र माहेश्वरी, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय शर्मा, सहित उपखण्ड अधिकारी एवं विकास अधिकारी उपस्थित थे।

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