विश्व रिकॉर्ड में शामिल हुआ ‘बेटियां अनमोल हैं’ जनजागरूकता अभियान

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 18 नवम्बर 2017, 9:37 PM (IST)

जयपुर। प्रदेश के पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन राजस्थान द्वारा प्रदेशभर में शुक्रवार को ‘बेटी बचाओ’ अभियान के शैक्षणिक जनजागरूकता वाले ‘बेटियां अनमोल हैं’ अभियान को विश्व रिकॉर्ड में शामिल किया गया है। वर्ल्ड रिकॉर्ड ऑफ इंडिया संस्था के चीफ एडिटर पवन सोलंकी ने मिशन निदेशक एनएचएम नवीन जैन को विश्व कीर्तिमान का प्रमाण पत्र भेंट किया। उन्होंने बताया कि एक दिन एवं एक ही समय में आयोजित हुए इस अभिनव महाअभियान के माध्यम से डेढ़ लाख से अधिक युवाओं तक पहुंचना विशेष उपलब्धि है, जिससे ‘बेटियां अनमोल हैं : गर्भस्थ शिशु के लिंग की जांच प्रतिबंधित है’ का संदेश प्रभावी तरीके से पहुंचाया गया है।

चिकित्सा मंत्री ने दी बधाई
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ ने स्वास्थ्य सचिव एवं मिशन निदेशक एनएचएम नवीन जैन एवं उनकी टीम को इस महाआयोजन के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग इसी प्रकार बेटी बचाओ के मिशन पर चलकर समाज से इस भ्रूण लिंग परीक्षण एवं बेटा-बेटी के भेदभाव की सामाजिक कुरीति को मिटाने में हरसंभव प्रयास करेगा।

संस्था प्रधानों और शिक्षकों का जताया आभार
नवीन जैन ने 17 नवम्बर को प्रदेश के सभी जिलों के 773 राजकीय व निजी महाविद्यालयों व बड़े विद्यालयों में ‘डॉटर्स आर प्रीसियस : बेटियां अनमोल है’ शैक्षणिक जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने में सहयोग करने पर समस्त केन्द्रों के प्रधानों एवं शिक्षकों का आभार जताया है। उन्होंने इस उपलब्धि में जयपुर से दो चरणों में प्रशिक्षण प्राप्त कर इन आयोजनों के संचालन में अहम भूमिका निभाने वाले सभी ‘डीएपी रक्षकों’ का भी आभार जताया है। उन्होंने विश्वास जताया है कि विश्व कीर्तिमान में दर्ज हुए ‘डॉटर्स आर प्रीसियर’ अभियान से जानकारी प्राप्त करने वाले लाखों युवाओं के जुड़ने से ‘बेटी बचाओ’ अभियान को बल मिलेगा।

यहां इतने युवा हुए शामिल





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जयपुर में 30106 युवाओं, सीकर में 6029, दौसा में 1751, अलवर में 6005, झुंझुनूं में 14118, भरतपुर में 3213, धौलपुर में 3800, करौली में 2763, सवाई माधोपुर में 2133, जोधपुर में 6122, बाड़मेर में 1915, जैसलमेर में 1220, सिरोही 2120 में, पाली 6528 एवं जालोर में 3243 युवाओं ने अपने शिक्षण-प्रशिक्षण केन्द्रों में ऑडियो-वीडियो प्रजेंटेशन के माध्यम से डीएपी रक्षकों से सीधे संवाद में जानकारियां लीं। इसी प्रकार बीकानेर में 8342 युवाओं ने, चूरू में 4546, हनुमानगढ़ में 9639, श्री गंगानगर में 8444, अजमेर में 5288, भीलवाड़ा में 2736, नागौर में 2641, टोंक में 2391, कोटा में 2909, बूंदी में 1739, बारां में 2342, झालावाड़ में 1399, उदयपुर में 4975, बांसवाड़ा में 2310, चित्तौड़गढ़ में 2608, राजसमंद में 1541, डूंगरपुर में 1591 एवं प्रतापगढ़ में 1555 युवा शामिल हुए। इस प्रकार कुल 1 लाख 58 हजार 220 युवाओं की उपस्थिति विश्व कीर्तिमान में दर्ज की गई है।


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