चेन्नई। तमिलनाडु के मत्स्य पालन मंत्री डी. जयकुमार ने शनिवार को जेल में बंद अन्नाद्रमुक नेता वी. के. शशिकला और उनके परिवार पर पूर्व मुख्यमंत्री दिवगंत जयललिता के आवास पर शुक्रवार रात को आयकर विभाग (आईटी) के छापे को जिम्मेवार ठहराया है। जयललिता की भतीजी जे. दीपा ने इस छापे को शशिकला परिवार की साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि आईटी अधिकारियों ने छापे के बारे में उन्हें कोई सूचना नहीं दी। दीपा जयललिता की वैध उत्तराधिकारी हैं। संवाददाताओं से बात करते हुए मंत्री जयकुमार ने यहां कहां कि जयललिता के घर पर आईटी के छापे ‘पीड़ादायक’ हैं।
जयकुमार ने कहा, ‘‘इस आईटी छापे के लिए शशिकला का परिवार और टी.टी.वी. दीनाकरन जिम्मेवार हैं।’’जयकुमार ने कहा कि दीनाकरन मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी और उपमुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम को राजनीतिक फायदे के लिए दोषी ठहरा रहे हैं। तुतीकोरेन में मीडिया को जवाब देते हुए राज्य के वित्त और शिपिंग मंत्री पोन राधाकृष्णन ने कहा, ‘‘यह छापे विशिष्ट जानकारी के आधार पर मारे गए हैं और इनका राजनीतिक प्रतिशोध से कोई लेना-देना नहीं है।’’ तुतीकोरेन चेन्नई से 600 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, आईटी अधिकारियों ने शुक्रवार रात जयललिता के आवास पर शशिकला द्वारा प्रयोग किए गए कमरे से एक लैपटॉप, एक डेस्कटॉप और चार पेनड्राइव बरामद की है।
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नाम न छापने की शर्त पर आईटी अधिकारी ने शुक्रवार को बताया था, ‘‘हमें
जानकारी मिली थी कि वेदा निलायम (जयललिता का आवास) में शशिकला द्वारा उपयोग
किए गए दो कमरों में से कुछ विद्युत भंडारण उपकरणों को गुप्त तरीके से
हटाया गया है।’’ उनके मुताबिक, यह एक सीमित अभियान था। हमने उनके पूरे
परिसर की जांच नहीं की।
यह छापा आईटी अधिकारियों द्वारा शशिकला के
परिजनों और उनके व्यापार सहयोगियों के घरों और परिसर में बड़े पैमाने पर
खोज अभियान चलाने के कुछ दिनों मारा गया है। आईटी ने शशिकला के परिजनों और
सहयोगियों पर 1,430 करोड़ रुपये के कर चोरी का पता लगाया है। जयललिता के
आवास पर शुक्रवार को 21 साल बाद छापा मारा गया है।
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