‘पद्मावती’ विवाद: करणी सेना का भारत बंद, भंसाली को पुलिस सुरक्षा

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 15 नवम्बर 2017, 6:01 PM (IST)

जयपुर/मुंबई। फिल्म ‘पद्मावती’ को लेकर विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। श्री राजपूत करणी सेना ने बुधवार को घोषणा की कि संजय लीला भंसाली की फिल्म के एक दिसंबर को रिलीज होने पर उस दिन ‘भारत बंद’ आहूत किया जाएगा। जबकि महाराष्ट्र सरकार ने फिल्म निर्माताओं को लगातार मिल रही धमकियों और बढ़ते विवाद के मद्देनजर एहतियाती सुरक्षा प्रदान की है। राजपूत समुदाय के संगठन श्री राजपूत करणी सेना के संस्थापक व संरक्षक लोकेंद्र सिंह कलवी ने यहां मीडिया को बताया, ‘‘रिलीज की तारीख के पहले हम गुरुग्राम, पटना, लखनऊ, भोपाल सहित देश भर में रैलियां करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर मुसलमानों सहित सभी समुदायों ने करणी सेना का समर्थन किया है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने फिल्म को पूरी तरह से प्रतिबंधित करने की मंाग की है। हम अब फिल्म की प्री-स्क्रीनिंग (रिलीज पूर्व दिखाया जाना) नहीं चाहते हैं। हम इस पर पूर्ण प्रतिबंध की मांग करते हैं।’’ कलवी ने दावा किया कि सिनेमाटोग्राफी अधिनियम के मुताबिक, केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) से मंजूरी मिलने के बाद भी सरकार किसी फिल्म की रिलीज पर तीन महीने रोक लगा सकती है और इस रोक को आगे भी बढ़ाया जा सकता है। कलवी ने कहा, ‘‘हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है।’’ भंसाली इस वक्त विभिन्न समूहों और उनकी शैली के विशेषज्ञों के गुस्से का सामना कर रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि भंसाली ने राजपूत महारानी, रानी पद्मावती का गलत चित्रण किया है।

फिल्म की शूटिंग के दौरान ही देश के विभिन्न हिस्सों में विभिन्न स्थानों पर भंसाली के खिलाफ हिंसा और फिल्म के खिलाफ विरोध देखा गया था और अब यह जल्द ही दुनिया भर में रिलीज के लिए तैयार है। इन समूहों और इससे जुड़े लोगों को छोडक़र, पूरा फिल्म जगत और नागरिक समाज के सदस्यों ने भंसाली को उनकी नवीनतम फिल्म के लिए समर्थन दिया है। भारतीय फिल्म और टेलीविजन डायरेक्टर्स एसोसिएशन (आईएफटीएडीए) ने भंसाली को सुरक्षा प्रदान किए जाने को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को धन्यवाद दिया है। भंसाली मुंबई में रहते हैं और वहीं काम करते हैं। फिल्म जगत में फिल्मनिर्माता अशोक पंडित ने कहा, ‘‘हम कानून-व्यवस्था को नियंत्रण में रखने के लिए आपके आश्वासन की सराहना करते हैं, और यह आपके स्टाफ और पुलिस कर्मियों की दक्षता की मात्रा बताती है।’’

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पंडित ने राज्य सरकार से अनुरोध किया कि वह भंसाली की फिल्म को बिना किसी बाधा के रिलीज करने में मदद करें। राजस्थान राज्य महिला आयोग की प्रमुख सुमन शर्मा ने एक पत्र में सीबीएफसी प्रमुख प्रसून जोशी से फिल्म देखने और फिल्म के माध्यम से महिलाओं की गरिमा पर कोई हमला नहीं होने का अनुरोध किया है। शर्मा ने राजपूत समुदाय की महिलाओं को फिल्म की पूर्व स्क्रीनिंग में शामिल किए जाने की मांग की है। उन्होंने दीपिका पादुकोण के उस बयान कि ‘फिल्म की रिलीज को कुछ भी नहीं रोक सकता’ भडक़ाऊ बताया।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजस्थान इकाई के प्रमुख अशोक परनामी ने मीडिया से कहा कि वसुंधरा राजे सरकार ऐतिहासिक तथ्यों की किसी भी तरह की विकृति को बर्दाश्त नहीं करेगी। छत्तीसगढ़ के रजवाड़े दिलीप सिंह जुदेव की बहू हिना सिंह जुदेव ने फिल्म में राजपूत रानी के चित्रण पर असंतोष व्यक्त किया। ‘घूमर’ गीत में फिल्म की मुख्य अभिनेत्री दीपिका पादुकोण का संकेत देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘इतिहास गवाह है कि कोई भी राजपूत महारानी कभी किसी के सामने नाची नहीं है और वह इतिहास के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते हैं।’’ इससे पहले, सर्वोच्च न्यायालय ने फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने वाली याचिका को खारिज कर दिया था।

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