जयपुर। प्रमुख शासन सचिव एवं रजिस्ट्रार, सहकारिता अभय कुमार ने
शुक्रवार को बताया कि राज्य में समर्थन मूल्य पर की जा रही दलहन एवं तिलहन
की खरीद की राशि सही किसान के खाते में पहुंचे तथा उसे इसके संबंध में पहले
से ही सूचना मिल जाए इसकी व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि कई
किसानों के भामाशाह कार्ड के साथ लिंक की गई बैंक खाता संख्याओं में
गलतियांं सामने आ रही हैं। इसके समाधान के लिए किसानों को एसएमएस के जरिए
सूचित किए जाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित कर दिया है
कुमार ने बताया कि कई किसानों के बैंक खातों के साथ लिंक मोबाइल नम्बर एवं
ऑनलाइन पंजीयन के समय दिए गए मोबाइल नम्बर अलग-अलग हैं, ऎसे सभी किसानों
को उनके ऑनलाइन पंजीयन के समय दिए गए मोबाइल नम्बर पर भी एसएमएस के जरिए
भुगतान की सूचना दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इस व्यवस्था से किसान तत्काल
बैंक में जाकर राशि प्राप्ति की पुष्टि कर सकेगा और यदि उसे भुगतान प्राप्त
नहीं हुआ है तो ऎसी स्थिति में उसका निवारण कर भुगतान सुनिश्चित किया
जाएगा। यह व्यवस्था कल से कार्य करना प्रारम्भ कर देगी।
प्रमुख
शासन सचिव ने बताया कि यदि किसी किसान को संदेश प्राप्त होने के वाबजूद भी
भुगतान प्राप्त नहीं होता है तो उसे तत्काल राजफैड द्वारा संचालित
हैल्पलाइन 1800-180-6001 पर प्रातः 8 बजे से रात्रि 10 बजे तक सूचित करें
ताकि मामले ऎसे मामलों में त्वरित कार्यवाही कर भुगतान सुनिश्चित किया जा
सके। गलत बैंक खाता देने से हुआ है दूसरे खाते में भुगतान
उन्होंने
बताया कि सवाईमाधोपुर के एक किसान प्रहलाद जाट द्वारा ऑनलाइन पंजीयन
के समय गलत बैंक खाता संख्या कोप्रमाणितकर भुगतान करने की सहमति प्रदान की
थी, जिससे उसकी उपज की राशि गुजरात के खाताधारक के खाते में भुगतान
ट्रांसफर हो गया। उन्होंने बताया कि मामला ध्यान में आते ही अपेक्स बैंक के
माध्यम से संबंधित बैंक को खाता को फ्रीज करने को कहा है ताकि राशि का
दुरूपयोग न हो। ऎसे प्रकरणों की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए यह कदम उठाया
गया है।
उपज तुलाई के समय ली जाएगी बैंक खाता पासबुक की फोटोप्रत
राजफैड
की प्रबंध निदेशक डॉ. वीना प्रधान ने बताया कि ऎसे किसान जिनके खाता
संख्या में गलती के कारण राशि ट्रांसफर नहीं हो पाई है उनको भी एसएमएस के
जरिए सूचित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में आज से उपज की तुलाई वाले
दिन ही किसान से उसके बैंक खाता की पासबुक के विवरण की फोटोप्रति प्राप्त
करने के निर्देश दे दिए गए हैं ताकि जिन मामलों में पंजीयन के समय दिए गए
बैंक खाता के संबंध में पुष्टि कर ली जाए।
सात दिवस में हो जाएगा सभी काश्तकारों को भुगतान
डॉ.
प्रधान ने बताया कि 10 नवम्बर तक क्रय की गई मूंग, उड़द, सोयाबीन एवं
मूंगफली का भुगतान आगामी सात दिवस में कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि 10
नवम्बर तक पंजीकृत किसानों को प्राथमिकता के आधार पर तुलाई हेतु दिनांकों
का आवंटन किया जा रहा है। मूंग एवं उड़द को क्रय करने के लक्ष्यों में
वृद्धि के लिए भारत सरकार को लिखा गया है। सभी पंजीकृत किसानों को दिनांकों
का आवंटन हो जाने या 30 नवम्बर तक इन जिन्सों के लिए पंजीयन को स्थगित रखा
गया है।
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