जयपुर।
राज्य सरकार ने डाक्टर्स की हड़ताल पर सख्ती दिखाई है। सरकार ने डाक्टर्स
को अल्टीमेटम दिया है कि अब सेवारत डाक्टर्स से वार्ता नहीं की जाएगी।
डाक्टर्स की 33 मांगों में से 19 मांगे मान ली गई है। डाक्टर्स अपना अडियल
रवैया त्याग कर शाम 7 बजे तक काम पर लौट आए तो उनकी मांगों पर विचार कर
सकती है। उन्होंने बताया कि इस्तीफे भेजने के नाम पर चिकित्सा विभाग को
खाली कागज भेजे गए हैं। ऐसा करके सरकार के साथ धोखा किया गया है।
चिकित्सा
मंत्री कालीचरण सराफ ने स्वास्थ्य भवन में प्रेस कान्फ्रेंस में इन खाली
कागजों को प्रेस को दिखाया। साथ ही बताया कि सेवारत चिकित्सकों से कल रात
समझौता पत्र तक तैयार हो चुका था। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ नेताओं ने
अपने स्वार्थवश वार्ता को तोड़ने का प्रयास किया गया। इस समय 40 प्रतिशत
डाक्टर्स हड़ताल पर है। 60 फीसदी डाक्टर्स इस समय काम कर रहे हैं। सराफ ने
कहा कि जनता को किसी के रहमो करम पर नहीं छोड़ा जा सकता। कई डाक्टर्स के
खिलाफ नोटिस जारी किए हैं। राजस्थान हाईकोर्ट और राजस्थान मानवाधिकार आयोग
ने हड़ताल पर डाक्टर्स को नोटिस जारी किए हैं। उन्होंने डा.अजय चौधरी पर
व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा का आऱोप लगाया है।
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