जयपुर। प्रदेश के राजकीय चिकित्सा संस्थानों में कुछ सेवारत चिकित्सकों
के अनुपस्थित रहने की स्थिति को ध्यान में रखते हुए चिकित्सा व्यवस्थाओं
को नियमित बनाये रखने के लिए वैकल्पिक व्यवस्थायें की गयी। सेना, रेलवे एवं
भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत सूचीबद्ध निजी चिकित्सा संस्थानों
में चिकित्सा सुविधायें सुलभ कराने के साथ ही आयुष चिकित्सकों ने राजकीय
चिकित्सा संस्थानों में स्वास्थ्य सेवायें प्रदान की।
चिकित्सा
एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ ने बताया कि सेवारत चिकित्सकों की
अनुपस्थिति को दृष्टिगत रखते हुए संबंधित चिकित्सा संस्थानों में वैकल्पिक
व्यवस्थायें की गयी। उन्होंने बताया कि कई जिलों में सेवारत चिकित्सकों ने
भी अपनी नियमित सेवायें प्रदान की है। इनके साथ ही राष्ट्रीय बाल
स्वास्थ्य कार्यक्रम, शहरी स्वास्थ्य मिषन, एनसीडी तथा अर्जेन्ट टेम्परेरी
बेसिस पर कार्यरत चिकित्सकों ने राजकीय चिकित्सा संस्थानों में जाकर मोर्चा
संभाला।
सराफ ने बताया कि
नये स्थापित किये जाने वाले सातों मेडिकल काॅलेजों में नियुक्त किये गये
चिकित्सकों ने संबंधित जिला चिकित्सालयों के साथ ही कुल 14 स्थानों पर जाकर
चिकित्सा व्यवस्थायें संभाली। अलवर में आर्मी के चिकित्सकों, बाड़मेर व
जैसलमेर में बीएसएफ के चिकित्सकों ने मोर्चा संभाला। उन्होंने बताया कि
प्रदेश के भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत सूचीबद्ध समस्त निजी
चिकित्सालयों में मरीजों को चिकित्सा सुविधायें सुलभ करायी जा रही है।
उन्होंने बताया कि जीवनवाहिनी एम्बुलेंस सेवा को दुर्घटनाग्रस्त या गंभीर
रोगियों को निकटवर्ती चिकित्सा संस्थान में जाकर उपचार करवाने के लिए
स्वीकृति प्रदान की गयी है। चिकित्सा
मंत्री ने बताया कि निजी चिकित्सा महाविद्यालयों ने संबंधित जिलों में
अपने चिकित्सक भेजकर चिकित्सा सेवाओं को नियमित बनाये रखने में सहयोग किया।
उदयपुर के गीताजंलि मेडिकल कालेज के चिकित्सकों ने बांसवाड़ा और प्रतापगढ़
में चिकित्सक भेजकर मरीजों के उपचार में सहयोग किया। इस काॅलेज द्वारा कल
मावली, वल्लभनगर व तलवाड़ा सहित अन्य क्षेत्रों में भी चिकित्सकों की
सेवायें प्रदान की जायेंगी। इसी प्रकार पैसेफिक मेडिकल काॅलेज में अनवरत 24
घन्टे मातृ एवं षिषु स्वास्थ्य सुविधायें निःशुल्क उपलब्ध कराने का
निर्णय लिया है। इस काॅलेज द्वारा भी कल से सलूम्बर व पलासिया सहित विभिन्न
क्षेत्रों में चिकित्सक दल भिजवाये जायेंगे।
सराफ ने बताया कि झालावाड में बालाजी अस्पताल के चिकित्सकों ने विभिन्न
क्षेत्रों में जाकर चिकित्सा व्यवस्थाओं को संभाला। इस अस्पताल के
चिकित्सकों ने खानपुर एवं झालरापाटन के ट्रोमा सेन्टर व सामुदायिक
स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सक तैनात किये हैं।
उन्होंने
बताया कि प्रदेष के सभी क्षेत्रों में चिकित्सा व्यवस्थाओं को नियमित
बनाये रखने के लिए जिला प्रशासन भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
उन्होंने बताया कि आम-अवाम को चिकित्सा सुविधायें सुलभ कराने के लिए
आवष्कतानुसार सभी व्यवस्थायें की जा रही है।
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