श्रीनगर। कश्मीर मुद्दे पर बातचीत के लिए वार्ताकार दिनेश्वर शर्मा आज राज्य का दौरा करेंगे। ज्ञातव्य है कि दिनेश्वर शर्मा को जम्मू कश्मीर पर बातचीत के लिए केन्द्र सरकार की ओर से नियुक्त किया गया है। दिनेश्वर शर्मा के दौरे से पहले ही हुर्रियत और अलगाववादी नेताओं ने कहा है कि वे दिनेश्वर शर्मा से कोई बातचीत नहीं करेंगे। हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी के गुट का दावा है कि राज्य सरकार के अधिकारी ने दिनेश्वर शर्मा से मुलाकात के लिए संपर्क साधा था, लेकिन वह उनसे मुलाकात नहीं करेंगे। ऐसे में कश्मीर पर होने वाली बातचीत पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
हुर्रियत प्रवक्ता का कहना है कि राज्य के एक प्रतिनिधि ने चार और पांच नवंबर की रात को हुर्रियत अध्यक्ष से मिलने की इच्छा जताई ताकि कश्मीर पर वार्ताकार से उनकी बैठक कराई जा सके। साथ ही उसने कहा कि हम वार्ता की पेशकश को खारिज करते हैं और कहा कि जबरन कराई जा रही बातचीत को राजनीतिक या नैतिक आधार पर सही नहीं ठहराया जा सकता।
हुर्रियत प्रवक्ता का कहना है कि यह महज वक्त की बर्बादी है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि हुर्रियत या संगठन का कोई भी धडा नामित वार्ताकार से न तो मिलेगा और न ही इस बेकार की कवायद में हिस्सा लेगा। ज्ञातव्य है कि दिनेश्वर शर्मा आज से कश्मीर पर वार्ता शुरू करेंगे।
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अपनी कश्मीर यात्रा से पहले दिनेश्वर शर्मा ने कहा कि उनके पास कोई ऐसी छडी
नहीं है, जिसके घुमाते ही शांति कायम हो जाएगी। दिनेश्वर शर्मा ने कहा कि
उनके प्रयासों को गंभीरता से परखना होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि कई पक्षों
के साथ बातचीत की प्रक्रिया आरंभ होने से पहले किसी निष्कर्ष पर नहीं
पहुंचना चाहिए। दिनेश्वर शर्मा ने कहा कि यह एक गंभीर काम है और हवा में
तीर चलाने से बचना चाहिए।
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