रायबरेली। उत्तर प्रदेश में रायबरेली के ऊंचाहार में नेशनल थर्मल पॉवर कापोर्रेशन (एनटीपीसी) में हुए हादसे में मरने वालों की संख्या 30 तक पहुंच गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मुआवजे की घोषणा के बाद एनटीपीसी ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है। इस बीच हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए एनटीपीसी के तीन क्षेत्रीय महाप्रबंधकों (एजीएम) को गुरुवार सुबह एयर एम्बुलेंस से मेदांता हॉस्पिटल दिल्ली भेज दिया गया। उप्र के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने एनटीपीसी हादसे के बाद से ही सरकार घायलों की मदद में जुटी है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर मंत्री रायबरेली पहुंचे हैं। सरकार पीडि़तों की हर संभव मदद कर रही है। लखनऊ के सभी अस्पतालों को कह दिया गया है कि एनटीपीसी हादसे से जुड़े मरीजों का विशेष ख्याल रखा जाए। एनटीपीसी के आंचलिक प्रशासनिक अधिकारी आर.एस. राठी के अनुसार मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। वहीं घायलों को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक मदद दी जएगी। उन्होंने बताया कि गंभीर रूप से घायलों के लिए एयर एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है।
घटना के फौरन बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों और घायलों के लिए मुआवजे का ऐलान किया था। इसके तहत मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपये और आंशिक रूप से घायलों को 25 हजार रुपये आर्थिक मदद देने की घोषणा की थी।
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वहीं, हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए तीनों एजीएम को गुरुवार सुबह एयर
एम्बुलेंस से मेदांता हॉस्पिटल दिल्ली भेज दिया गया। उन्हें लेने के लिए
दिल्ली से तीन एयर एम्बुलेंस और डॉक्टरों की टीम भी लखनऊ एयरपोर्ट पहुंची। हादसे
में एनटीपीसी के एजीएम संजीव कुमार शर्मा, एजीएम प्रभात श्रीवास्तव और
एजीएम मिश्रीराम भी झुलस गए थे,
जिन्हें बुधवार को ही लखनऊ रेफर किया गया
था। लेकिन हालत गंभीर होने के चलते आज उन्हें मेदांता हॉस्पिटल रेफर कर
दिया गया। गौरतलब है कि रायबरेली के ऊंचाहार स्थित एनटीपीसी के प्लांट में
बुधवार दोपहर 3.40 बजे बॉयलर स्टीम पाइप फटने से हादसा हुआ था। हादसे में
मरने वालों की संख्या बढक़र 22 हो गई है।
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